कोरोना महामारी एक बार फिर से तेजी से फैलनी शुरू हो गई है, हालाँकि वैक्सीन भी अब तेजी से लोगों को दी जाने लगी है। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स को माने तो कोरोनारोधी टीकों को विकसित करने में जिस आनुवांशिक ट्रैकिंग तकनीक का इस्तेमाल हुआ, उसके इस्तेमाल से दिल से जुडी बीमारियां भी ठीक हो सकती हैं। जी दरअसल ये दिल की कोशिकाओं को बनाने के लिए प्रोटीन बनाने में मदद करता है। वहीं जानकारों के अनुसार फाइजर मॉडर्ना के कोरोनारोधी टीके इसी तकनीक का उपयोग करके विकसित किए गए हैं। जी दरअसल ऐसा माना जा रहा है कि इस खोज से दिल के दौरे का इलाज हो सकता है। आप सभी को बता दें कि सामने आने वाली मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक हम सभी अपने दिल में मांसपेशियों की कोशिकाओं की एक निश्चित संख्या के साथ पैदा होते हैं। इसी के साथ स्वस्थ मनुष्य की मौत तक कोशिकाओं की संख्या नार्मल बनी रहती है। देश में जहां दिल से जुडी बीमारियां फ़ैल रही हैं वहीं ये टीका दिल की बीमारी को ठीक भी कर पायेगा। इसके अलावा कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक फाइजर मॉडर्ना के कोरोनानोधी टीकों की तर्ज पर नई प्रकार की वैक्सीन विकसित हो सकती है। जी हाँ और इसके जरिये अब कोरोना वैक्सीन के जरिये होगा दिल से जुड़ी बीमारियों का इलाज दिल में माइक्रो आरएनए को इंजेक्ट किया जा सकेगा, जो हृदय की कोशिकाओं तक पहुंचने उन्हें सही से काम करने में मदद करेगा। गलती से एक जैसी साड़ी-ब्लाउज पहनकर पार्टी में पहुँच गई ये दो अभिनेत्रियां, देखकर उड़े होश रोजे को लेकर उर्फी से किया सवाल तो बोली- 'मैं अल्लाह को नहीं मानती' दिल्ली के तीनों नगर निगम हुए एक, राष्ट्रपति ने दी विलय को मंजूरी