कोरोना वायरस से मिला महिलाओं को रोजगार, यह काम कर कमाती है 3 से 4 हजार

नोएडा: एक तरफ बढ़ रहा कोरोना का कहर अब इतना बढ़ चुका है. कि हर तरफ केवल तवाही का मंज़र देखने को मिल रहा है. जंहा अब तक इस वायरस से मरने वालों कि संख्या 5000 से अधिक हो चुकी है. वहीं अभी भी लोगों में इस वायरस का खौफ फैला हुआ है. वहीं इस बीमारी से लड़ने के लिए अब भी डॉक्टर इलाज़ खोज रहे है. वहीं इस बीमारी से खुद और लोगों को बचाने के लिए महिलाओं ने एक नई प्रक्रिया शुरू कर दी है. 

मिली जानकारी के अनुसार इस बात का पता चला है कि कोरोना वायरस से बाजार में मास्क की बढ़ती मांग से कई परिवारों को रोजगार मिल गया है. दादरी नगर और नरौली गांव में कई परिवार की महिलाएं मास्क बनाकर परिवार के पालन-पोषण के साथ पुरुषों के कदम से कदम मिलाने में जुटी हैं. इन्हें प्रति मास्क एक रुपये के हिसाब से भुगतान किया जाता है. महिलाएं प्रतिदिन तीन से चार हजार रुपये तक की कमाई कर लेती हैं. जंहा इस कार्य में परिवार के अन्य सदस्य भी सहयोग करते हैं. पिछले एक माह में तेजी से बढ़े कोरोना के संक्रमण से मास्क की मांग लगातार बढ़ रही है. इससे मेडिकल स्टोरों पर मास्क की कमी हो गई है. नरौली गांव में दिल्ली के एक एजेंट द्वारा मास्क बनाने का काम दिया जा रहा है. बाजार में साधारण मास्क 20 से 30 रुपये में मिलता है. इसी मास्क को ऑर्डर प्रति पीस के हिसाब से तैयार कराया जा रहा है. 

वहीं यह भी कहा जा रहा है कि ऑर्डर देने वाले एजेंट मास्क में इस्तेमाल होने वाला कच्चा माल और मशीन आदि भी देते हैं. साथ ही मास्क बनाने के लिए परिवार के एक सदस्य को एक दिन का प्रशिक्षण दिया जाता है. इसके सहयोग से परिवार के अन्य सदस्य भी मास्क बना सकते हैं. इस काम में महिलाएं और बच्चे अधिक रुचि दिखा रहे हैं. जंहा  परिवार में एक महिला और दो बच्चे मिलकर आठ घंटे में तीन से चार हजार मास्क तैयार कर लेते हैं. जंहा इन्हें एक रुपये प्रति पीस के हिसाब से भुगतान किया जाता है. ऐसे में एक परिवार 3 से 4 हजार रुपये प्रतिदिन कमा रही है. नाम न छपने की शर्त पर दादरी निवासी एक महिला ने बताया कि मास्क बनाना आसान है. 

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