नई दिल्ली: देश में कोरोना वायरस का कहर बढ़ता ही जा रहा है. देश में कोरोना वायरस संक्रमितों की तादाद बढ़कर 1000 के पार पहुँच गई है. अब तक इस वायरस से 24 लोगों की मौत हुई है. वहीं, महाराष्ट्र और केरल में तेजी से मरीजों की संख्या में वृद्धि हुई है. देश में 15 मार्च तक लगभग 100 मामले सामने आए थे, किन्तु इसके बाद कोरोना ने रफ़्तार पकड़नी शुरू कर दी और उसका ग्राफ हर गुजरते दिन के साथ बढ़ता ही चला गया. भारत सरकार भी कोरोना की तेज रफ़्तार का एहसास हो गया, जिसको देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों से एक दिन के जनता कर्फ्यू का आह्वान किया. 22 मार्च को देशवासियों ने घर में रहकर पीएम मोदी की अपील को कामयाब भी बनाया, लेकिन इतना नाकाफी रहा. पीएम मोदी ने 24 मार्च की रात 8 बजे राष्ट्र को संबोधित किया और पूरे देश में 21 दिनों के संपूर्ण लॉकडाउन की घोषणा कर दी. पूरे देश में लॉकडाउन तो लागू हो गया, किन्तु इस बीच कोरोना मरीजों की संख्या भी काफी तेजी से बढ़ती रही. 15 मार्च तक कोरोना मरीजों का जो आंकड़ा 100 के आसपास था, वो अगले 13 दिन में ही बढ़कर 1000 के पार चला गया. यानी कोरोना वायरस के अचानक रफ़्तार पकड़ने की जो चिंता व्यक्त की गई थी, वो आंकड़ों में हर गुजरते दिन के साथ दिखाई भी दे रही है. कोरोना संकट के बीच ही 10 बैंकों का विलय करेगी सरकार, बनेंगे चार बड़े बैंक कोरोना से लड़ने के लिए अजीम प्रेमजी ने दान किए 50 हज़ार करोड़ ? Wipro ने किया खुलासा इस कारण इलाहाबाद बैंक और इंडियन बैंक के विलय में हो रही देरी