बीजिंग: दुनियाभर को कोरोना महामारी के दलदल में धकेलने वाले चीन में अभी कोरोना का कहर खत्म नहीं हुआ है. चीनी सरकार भले ही यह दर्शाने की कोशिश करे की सबकुछ सही है, किन्तु स्थिति धीरे-धीरे बिगड़ती जा रही है. विशेषकर, शिनजियांग (Xinjiang) प्रांत कोरोना महामारी की दूसरी लहर से जूझ रहा है. शिनजियांग की राजधानी उरुमकी में पिछले 24 घंटों में कोरोना के पांच मामले रिपोर्ट किए गए हैं. हालांकि, जनसँख्या के हिसाब से यह आंकड़ा भले ही कम हो, मगर इससे वायरस के फैलने का खतरा जरूर पैदा हो गया है और सरकार भी इससे वाकिफ है. संक्रमित मामले सामने आने के बाद तक़रीबन 600 फ्लाइट रद्द कर दी गई हैं, जिससे हवाई यातायात में 80 फीसद की गिरावट दर्ज की गई है. इसके अलावा, मेट्रो और बस सेवा को भी अभी बंद कर दिया गया है. चिंता का विषय यह है कि शिनजियांग प्रांत में कम से कम 10 लाख उइगर (Uighurs) मुस्लिमों को कैम्प्स में रखा गया है, अगर वायरस यहां तक पहुंच जाता है तो चीन को एक और बड़ी आपदा का सामना करना होगा और जायज है इसका प्रभाव पूरी दुनिया पर पड़ेगा. आपको बता दें कई इस साल के शुरु में, अमेरिका की ओहियो जेल के 73 प्रतिशत कैदी कोरोना संक्रमित पाए गए थे. यहां तक कि पेरू की जेलों में भी संक्रमण पहुंच गया था. लिहाजा आशंका जताई जा रही है कि शिनजियांग प्रांत में आरंभ हुई कोरोना की दूसरी लहर उइगर मुस्लिमों के शिविर में भी दस्तक दे सकती है. Worldometer के मुताबिक, 17 जुलाई को चीन में 259 कोरोना के एक्टिव केस थे. इसी तरह, 17 जून को 252, 17 मई को 86 और 17 अप्रैल को 66 संक्रमित केस दर्ज किये गए थे. UN में बोले पीएम मोदी - बहुपक्षवाद में हमारा विश्वास, इसके जरिए ही स्थायी शांति संभव UN में बोले पीएम मोदी- 'आयुष्मान भारत दुनिया की सबसे बड़ी हेल्थ स्कीम' HCL Tech के चेयरमैन पद से हटे शिव नाडर, बेटी रौशनी को मिली कंपनी की कमान