सतना: मध्य प्रदेश में कोरोना का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है. वहीं इंदौर से सतना सेंट्रल जेल भेजे गए दोनों आरोपित कोरोना पॉजिटिव पाए गए है. सीएमएचओ डॉ. एके अवधिया ने पुष्टि करते हुए बताया कि सतना सेंट्रल जेल में इंदौर से भेजे गए रासुका के दोनो आरोपित कोरोना पॉजिटिव हैं. आईसीएमआर जबलपुर में दोबारा हुई जांच में भी ये दोनों आरोपि कोरोना पॉजिटिव निकले हैं. इन्हें आइसोलेट किया जा रहा है. गौरतलब है कि शनिवार को आईसीएमआर ने पहली जांच में आरोपितों में कोरोना के लक्षण होने की प्रारंभिक स्थिति से जिला प्रशासन को अवगत कराया था और दोनो को क्वारंटाइन रखने को कहा था. इनके पॉजिटिव अथवा निगेटिव होने की आधिकारिक जानकारी दूसरी जांच पूरी न होने के कारण सार्वजनिक नहीं की गई थी. रविवार को दूसरी जांच के बाद आई रिपोर्ट में दोनो पॉजिटिव निकले हैं. अभी तक सतना इस खतरे से बचा हुआ था. लेकिन अब सतना भी प्रदेश के 23वें जिले के रूप में कोरोना संक्रमित जिलों की सूची में शामिल हो गया है. इंदौर के कलेक्टर का फरमान सतना पर भारी पड़ गया है. आधिकारिक तौर पर बंदियों के कोरोना संक्रमित होने की जानकारी आने के बाद जिला प्रशासन हरकत में आ गया है. जेल के 10 प्रहरी पहले ही क्वांटाइन कर दिए गए थे अब अन्य पुलिस कर्मियों को भी क्वारंटाइन किए जाने की तैयारी शुरू कर दी गई है. बता दें की जेल अधीक्षक नरेंद्र प्रताप सिंह ने बताया है कि दोनों मरीजों को इलाज के लिए रीवा मेडिकल कॉलेज भेजा गया है. वहीं शहरवासियों का कहना है कि हजारों की तादाद में बाहर से लोगों के आने के बावजूद सुरक्षित रहे सतना की खुशियों को आखिर नजर लग ही गई. इंदौर से इंपोर्ट होकर कोरोना वायरस का संक्रमण सतना पहुंच ही गया. अपने लोगों से ज्यादा खतरा सतना में पहले से ही बाहरी लोगों से महसूस किया जा रहा था और अंतत: हुआ भी वही जिसका डर था. बांग्लादेश की आज़ादी के नायक शेख मुजीब के हत्यारे को 25 साल बाद दी गई फांसी 14 दिन में कोरोना से जीती जंग, संक्रमित होकर भी करते रहे व्यायाम कोरोना से जूझने के बाद पेट्रोलियम इंजीनियर से पड़ोसियों ने किया बुरा बर्ताव