नई दिल्ली: कोरोना वायरस के भारत में अब तक 400 से भी अधिक मामले दर्ज किए जा चुके हैं. इस जानलेवा वायरस के कारण अब 8 लोगों की जान जा चुकी है. वहीं, हालिया एक रिपोर्ट में शोधकर्ताओं ने दावा किया है कि कोरोना वायरस से डाईबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर के रोगियों के लिए अधिक जानलेवा है. 'द लैंसेट' में प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक, जिन लोगों को डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर की समस्या है उन्हें कोरोना वायरस से अधिक संभलकर रहने की जरूरत है. रिपोर्ट में बताया गया है, ऐसी बीमारियों में मरीज को जो ड्रग दिया जाता है उसे ACE (एंजियोटेंसिन कन्वर्टिंग एंजाइम) कहते हैं. इस ड्रग का असर मनुष्य की कोशिकाओं पर पड़ता है. वैज्ञानिकों का दावा है कि ड्रग से कोशिकाओं में परिवर्तन आने के बाद कोरोना वायरस के लिए अटैक करना आसान हो जाता है. पूरी दुनिया में प्रतिवर्ष करोड़ों लोग डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर से बचने के लिए इन दवाइयों का उपयोग करते हैं. अगर आप भी डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर के पीड़ित हैं तो आपके मन में ये सवाल अवश्य उठ रहा होगा कि क्या आपको इस ड्रग का सेवन बंद कर देना चाहिए? इस पर हेल्थ विशेषज्ञों का कहना है कि बगैर डॉक्टर्स की सलाह के दवाइयां बंद करने की आवश्यकता नहीं है. मात्र एक दिन में RBI ने तैयार किया वॉर रूम Mutual Fund में निवेश की हुई शानदार शुरुआत S&P ने भारत की GDP Growth में आयी कमी