भारत में उम्मीद से भी तेजी से कोरोना वायरस का कहर बढ़ता जा रहा है. कोरोना वायरस लॉकडाउन के बीच मध्य प्रदेश में 33 पाकिस्तानी फंसे हुए हैं. व्यापार और इलाज के लिए आए 33 पाकिस्तानी इंदौर में फंस गए हैं. उनकी वीजा वैधता भी खत्म हो गई है. पाकिस्तान उच्चायोग के मदद मांगने के बाद उन्हें तीन मई को पाकिस्तान भेजा जाएगा. पहली सूची में पुलिस ने 23 लोगों को ही अनुमति दी है. उन्हें निजी वाहनों से वाघा बॉर्डर पर छोड़ा जाएगा. 'आरोग्य सेतु एप प्राइवेसी के लिए खतरा..., सरकार की मंशा पर राहुल ने फिर उठाए सवाल आपकी जानकारी के लिए बता दे कि पाकिस्तान हाई कमिशन से पत्राचार के बाद पुलिस ने रोडमैप तैयार कर लिया है. एसपी (मुख्यालय) सूरज वर्मा के मुताबिक पाकिस्तान से आए ज्यादातर सिंधी हैं, जो शहर के अन्नपूर्णा व जूनी इंदौर क्षेत्र में ठहरे हुए हैं. इनमें से कोई रिश्तेदार से मिलने आया था, कोई आंखों के इलाज और कोई व्यापार के सिलसिले में आया था, लेकिन कोरोना वायरस के कारण किए गए लॉकडाउन में फंस गए. बंगाल में ममता सरकार के खिलाफ नारेबाजी, घटिया राशन देने का आरोप इसके अलावा एसपी के मुताबिक विदेश मंत्रालय से मिले पत्र में 33 लोगों के नाम लिखे हैं. इसमें से 23 को रविवार को भेजा जाएगा. वह किस गाड़ी और किस ड्राइवर के साथ जाएंगे, इसकी सूची मंत्रालय को भेज दी है. सभी को वाघा बॉर्डर तक छोड़ा जाएगा.इन शहरों में फंसे हैं पाकिस्तानी नागरिकआगरा, बिजनौर, रायबरेली, रामपुर, कौसांबी, लखनऊ, अहमदाबाद, आनंद, भोपाल, बुरहानपुर, इंदौर, नागपुर, पुणे, जलगांव, कोल्हापुर, मुंबई, दिल्ली, रायपुर, फिरोजपुर, लुधियाना, जोधपुर, कोटा और कोलकाता. रातोरात कोरोना संक्रमण का आंकड़ा हुआ दुगना, 10 हजार लोग ठीक होकर घर लौटे वर्चुअल सिस्टम से सुनवाई कर दुनियाभर की अदालत से आगे निकला सुप्रीम कोर्ट इंदौर: सामने आई अस्पतालों की लापरवाही, भर्ती नहीं कर रहे एक भी मरीज