नई दिल्ली: देश में कोरोना संक्रमित मरीजों की तादाद तेजी से बढ़ रही है। अब तक ये संख्या 74 लाख के पार पहुँच चुकी है तो वहीँ कोरोना से मरने वाले लोगों की संख्या भी एक लाख से अधिक हो गई है। इसी बीच कोरोना संक्रमण के उपचार के रूप में बनाई जाने वाली एक खास दवा में काली मिर्च का इस्तेमाल किए जाने का खुलासा हुआ है। इस बारे में भारतीय रिसर्चर्स की एक टीम ने दावा किया है कि काली मिर्च में पाए जाने वाला पेपराइन (Peperine) तत्व से कोरोना वायरस को ख़त्म किया जा सकता है जो इस बीमारी का कारण है। इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (धनबाद) के डिपार्टमेंट ऑफ फिजिक्स के रिसर्चर्स ने इस बारे में एक अध्ययन में यह दावा किया है। इस स्टडी से संबंधित एक प्रमुख शोधकर्ता ने बताया है कि 'किसी भी अन्य वायरस की तरह कोरोना वायरस मानव शरीर के सेल्स में प्रवेश करने के लिए बॉडी सरफेस के प्रोटीन का प्रयोग करता है। हमने काली मिर्च से जिस तत्व की खोज की है वो इस प्रोटीन को बांध कर रखेगा और कोरोना वायरस को इंसानी शरीर में दाखिल नहीं होने देगा।' इस रिसर्च में वैज्ञानिकों ने कंप्यूटर की अत्याधुनिक मॉलिक्यूलर डॉकिंग और मॉलिक्यूलर डायनेमिक्स सिमुलेशन तकनीक का प्रयोग किया था। कंप्यूटर की सहायता से ही वायरस को रोकने वाले संभावित तत्वों की पहचान हो सकी है। आर्थिक संकट से जूझ रही एयर इंडिया ने घटाया खर्च, बचाई आधी सैलरी एयर इंडिया 26 अक्टूबर से शुरू करेगी जर्मनी के लिए उड़ानें अमेजन पर इन ब्रांडेड वॉच पर मिल रही है 80% की छूट