शिमला: एक तरफ बढ़ रहा कोरोना का कहर अब इतना बढ़ चुका है. कि हर तरफ केवल तवाही का मंज़र देखने को मिल रहा है. जंहा अब तक इस वायरस से मरने वालों कि संख्या 17000 से अधिक हो चुकी है. कोरोना वायरस से निपटने के लिए हिमाचल की एक पंचायत के युवा अन्य पंचायतों के लिए मिसाल बन गए हैं. शिमला की ठियोग तहसील के युवाओं ने हर घर में निशुल्क एक-एक सैनिटाइजर भेजने का निर्णय लिया है. यह युवा अपने व्हाट्सऐप ग्रुप वॉयस ऑफ क्यार पंचायत पर सक्रिय हैं. इसके लिए अंशदान को भी बड़ी संख्या में लोग आगे आ गए हैं. सोशल मीडिया पर इस समूह के माध्यम से इन युवाओं ने अब तक हजारों रुपये का अंशदान एकत्र करने की पहल की है. वहीं यदि हम बात करें सूत्रों की तो इनमें से कई युवा तो हिमाचल से बाहर भी अलग-अलग क्षेत्रों में कार्यरत हैं. इन युवकों में राजेश शर्मा, रमेश कमल, ब्रजेश शर्मा, कमल शर्मा, संजय शर्मा आदि ने 1000-1500 रुपये प्रति व्यक्ति अंशदान दिया है. रमेश कमल और अन्य युवाओं ने इसके लिए आह्वान किया था. इस ग्राम पंचायत में करीब 700 घर हैं. कमल ने कहा कि सोशल डिस्टेंसिंग के सरकार के आदेश के बीच अब तय किया जा रहा है कि घर-घर यह सैनिटाइजर कैसे पहुंचाए जाएं. घर पर ही मास्क सिलने के लिए जागरूक किया: मिली जानकारी के अनुसार इस बात का पता चला है कि इन युवाओं ने लोगों से घर पर ही साफ धोए हुए कपड़ों से मास्क सिलने का भी आह्वान किया है. इसके लिए पंचायत में दर्जियों से भी अनुरोध किया जा रहा है कि वे कपड़े सिलने के बाद बचे कपड़े का इस्तेमाल कर यह मास्क सिलें. यह जानकारी पंचायत के सांब गांव के युवा संजय शर्मा ने दी. एक युवक की मंत्री भी थपथपा चुके पीठ: वहीं यह भी कहा जा रहा है कि इसी सोशल मीडिया समूह से जुड़े निजी बस ऑपरेटर संघ के प्रदेश महासचिव और भाजपा के जिला अनुसूचित जाति मोर्चा के महामंत्री रमेश कमल की परिहन मंत्री गोविंद ठाकुर भी पीठ थपथपा चुके हैं. कमल ने निजी बसों को सैनिटाइज करने का भी अभियान चलाया. तीन दिन के लिए पूरा यूपी लॉकडाउन, संवेदनशील इलाकों में लग सकता है कर्फ्यू सीएम शिवराज ने विधानसभा में साबित किया बहुमत, कोई कांग्रेस विधायक नहीं हुआ मौजूद कानपूर में कोरोना का पहला मामला आया सामने, अमेरिका से लौटे थे दंपत्ति