शिमला: आज के इस युग में दिन व दिन कोरोना का कहर लगातार बढ़ता ही जा रहा है वहीं कोरोना वायरस के खौफ के चलते सर्दियों की छुट्टियों में विदेश घूमकर लौटे शिक्षकों की शिक्षण संस्थानों में एंट्री पर रोक लगा दी गई है. जंहा यह भी कहा जा भी है कि विदेश गए शिक्षकों और गैर शिक्षकों को सरकारी अस्पताल से मेडिकल सर्टिफिकेट लाने के बाद ही स्कूल-कॉलेज में आने के निर्देश दिए गए हैं. उच्च शिक्षा निदेशक डॉ. अमरजीत कुमार शर्मा ने प्रदेश के सभी स्कूल-कॉलेज प्रिंसिपलों और जिला अधिकारियों को इस बाबत निर्देश जारी किए हैं. एक जनवरी से 11 फरवरी तक शीतकालीन स्कूल बंद थे. बुधवार को स्कूल खुलते ही निदेशालय ने चीन में फैले कोरोना वायरस को लेकर एहतियात बरतते हुए यह फैसला लिया है. मिली जानकारी के अनुसार इस बात का चला है कि शिक्षा निदेशालय से जारी आदेशों में स्पष्ट है कि शिक्षा विभाग का जो भी कर्मचारी बीते दिनों विदेश यात्रा विशेषकर पूर्वी देशों से होकर लौटा है, उसे डॉक्टरी जांच के बाद ही ज्वाइनिंग दी जाएगी. ज्वाइनिंग के दौरान शिक्षक एवं गैर शिक्षक को मान्यता प्राप्त डाक्टर से मेडिकल फिटनेस सर्टिफिकेट लाना होगा. आपकी जानकारी के लिए हम आपको बता दें कि कंट्रोलिंग अफसर इस सर्टिफिकेट के आधार पर ही ज्वाइनिंग देंगे. उच्च शिक्षा निदेशक ने सभी स्कूल-कॉलेज प्रिंसिपलों को स्कूलों में विद्यार्थियों को भी प्रार्थना सभा के दौरान कोरोना वायरस को लेकर जागरूक करने के निर्देश दिए हैं. कमलनाथ सरकार का बड़ा एलान, कहा- " पर्यटन स्थलों में महिलाओं की सुरक्षा पर दिया जाएगा बल..." लोकायुक्त ने दी दबिश, सहकारिता निरीक्षक के घर से मिली बेनामी संपत्ति वायरल फीवर को कोरोना वायरस समझकर युवक ने लगाई फांसी