कोरोना वायरस ने संपूर्ण भारत का जनजीवन बुरी तरह अस्त वस्त कर दिया है. वही, देशव्यापी लॉकडाउन- 3 में थोड़ी छूट जरूर दी गई है लेकिन इसका अर्थ यह नहीं है कि हम कोरोना संक्रमण को लेकर बेपरवाह हो जाएं. यदि आपने सावधानी न बरती तो संक्रमण कहीं भी हो सकता है, चाहे वह आपका पुराना परिचित फल-सब्जी विक्रेता ही क्यों न हो. उससे पहले की ही तरह पूरी आत्मीयता से सब्जी खरीदें लेकिन कोरोना से बचाव के लिए जारी गाइडलाइन का पालन करते हुए. कहीं ऐसा न हो कि वो आपको संक्रमित कर दे. पाकिस्तान में पेट्रोलियम पदार्थों के दाम घटे, वहीं भारत में इससे सरकारी खजाने भरने की कवायद आपकी जानकारी के लिए बता दे कि हाल के दिनों में जमातियों के बाद सब्जी विक्रेता भी संक्रमण के बड़े वाहक बने हैं. इनकी वजह से दिल्ली सहित कई राज्यों में संक्रमण फैला है. इसलिए, सब्जी खरीदते समय शारीरिक दूरी के साथ ही मॉस्क लगाना कतई न भूलें. यह सबक सब्जी विक्रेताओं के लिए भी है कि वो भी पूरी तरह सावधानी बरतें. वो खुद को बचा पाएंगे तो उनका ग्राहक स्वयं सुरक्षित हो जाएगा. आयुर्वेदिक दवाओं से हारेगा कोरोना ! स्वास्थ्य मंत्रालय ने शुरू किया ट्रायल इसके अलावा लखनऊ में सब्जी विक्रेताओं की लापरवाही सामने आई है. शासन के लगातार निर्देशों के बावजूद सब्जी विक्रेताओं ने न तो शारीरिक दूरी का पालन किया और न ही मास्क का इस्तेमाल. यही नहीं, बिना ग्लब्ज का इस्तेमाल किए इन्होंने खुले में ग्राहकों को सब्जियां बेचीं.. इसका परिणाम यह हुआ कि किराना व्यापारी भी कोरोना की चपेट में आ गया. इनकी लापरवाही के कारण कैसरबाग सब्जी मंडी के साथ ही खंदारी लेन और लालबाग का इलाका सील करना पड़ा. अब तक सब्जी विक्रेताओं के संपर्क में आए 10 लोगों में संक्रमण फैल चुका है और 50 से अधिक लोग रडार पर हैं. सभी लोगों को क्वारंटाइन किया गया है और इनके सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं. दुनियाभर में दिखा साल के आखिरी 'सुपरमून' का अद्भुत नज़ारा, यहाँ देखें शानदार Pics विशाखापट्टनम, छत्तीसगढ़ और अब नासिक, 24 घंटे के अंदर देश में चौथा बड़ा हादसा उपराष्ट्रपति से मिले स्पीकर ओम बिड़ला, कोरोना संकट में सांसदों की भूमिका पर हुई चर्चा