नई दिल्ली: आज लगातार बढ़ता जा रहा कोरोना का कहर अब इतना बढ़ चुका है. कि हर तरफ केवल तवाही का मंज़र देखने को मिल रहा है. जंहा अब तक इस वायरस से मरने वालों कि संख्या 15000 से अधिक हो चुकी है. वहीं अभी भी लोगों में इस वायरस का खौफ से पूरी दुनिया में कोहराम मचा हुआ है. कोरोना वायरस के कारण विभिन्न क्षेत्रों को लगे झटके के कारण अर्थव्यवस्था पर पड़े नकारात्मक असर को संभालने के लिए केंद्र सरकार जल्द बेलआउट पैकेज की घोषणा कर सकती है. वहीं यह भी कहा जा रहा यही कि बेलआउट पैकेज कितना हो, किन सेक्टरों को इस पैकेज का कितना हिस्सा मिले और इसके मापदंड क्या हों, इस पर सरकार में शीर्ष स्तर पर लगातार माथापच्ची हो रही है. सरकार द्वारा गठित कोविड-19 इकोनॉमिक रेस्पोंस टास्क फोर्स में भी बेल आउट पैकेज देने पर सैद्धांतिक सहमति है. इस बीच उद्योग जगत और सेलिब्रिटियों से दान के लिए पीएम अपील कर सकते हैं. मिली जानकारी के मुताबिक बेलआउट पैकेज की घोषणा कभी भी हो सकती है. विभिन्न क्षेत्रों को संकट से उबारने के लिए टास्क फोर्स की रिपोर्ट से सरकार भी सहमत है. फिलहाल बेल आउट पैकेज की रकम और कोरोना के कारण ज्यादा से ज्यादा नुकसान झेलने वाले क्षेत्रों का अध्ययन किया जा रहा है. वित्त मंत्री पहले ही कह चुकी हैं कि कोरोना के खिलाफ जंग के लिए कॉरपोरेट सोशल रेस्पोंसिबिलिटी माना जाएगा. मदद की अपील संभव: दुनिया के देशों के इतर भारत में उद्योगपति और सेलिब्रिटी मदद के लिए आगे नहीं आए हैं. अब तक वेदांता के अनिल अग्रवाल ने 100 करोड़, फिल्म निर्माता मनीष कुंद्रा ने 3 करोड़ और आनंद महिंदा ने वेंटिलेटर बनाने में मदद की घोषणा की है. सरकार चाहती है कि यह दायरा बढ़े. इसके लिए खुद पीएम मोदी मदद की अपील कर सकते हैं. कोरोना वायरस के चलते सिख समुदाय ने बढ़ाया मदद का हाथ कोरोना की बढ़ती मार को देख UN ने कही यह बात संयुक्त राष्ट्र का बड़ा एलान, कहा- 'पूरी दुनिया में युद्ध रोके जाएं, कोविड-19 से मिलकर मुकाबला करें'