लंदन: पिछले कई दिनों से लगातार हाहाकार मचा रहा कोरोना वायरस अब थमने का नाम नहीं ले रहा है. हर दिन इस वायरस का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है, जिसके कारण आज मानवीय पहलू तबाही की कगार पर पहुंच चुका है. हर दिन इस वायरस के कारण न जाने ऐसे कितने परिवार है जी मौत का शिकार हो रहे है, वहीं इस वायरस का संक्रमण लोगों की जान का दुश्मन बनता जा रहा है रोजाना इसकी चपेट में आने से लाखों लोग संक्रमित हो रहे है. यदि हम बात करें दुनियाभर में मरने वालों की तो अब तक 2 लाख 48 हजार से अधिक लोगों की मौते हो चुकी है. वहीं कोरोना संक्रमण से पूरी तरह उबर चुके ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने बताया है कि लंदन के डॉक्टरों ने एक समय उनकी मौत की घोषणा की तैयारी कर ली थी. 55 वर्षीय जॉनसन को 26 मार्च को कोरोना संक्रमण के लक्षण दिखाई पड़े थे. इसके बाद वह सेल्फ क्वारंटाइन में चले गए थे. ब्रिटेन में कोरोना ने ले ली अब तक 28 हजार से ज्यादा लोगों की जान: हालत नहीं सुधरने पर उन्हें लंदन के सेंट थॉमस अस्पताल में भर्ती कराया गया था. 12 अप्रैल को अस्पताल से छुट्टी मिलने से पहले वह छह से नौ अप्रैल तक आइसीयू में रहे थे. ब्रिटेन में शनिवार तक कोरोना से 28 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी थी. कोरोना संक्रमण से उबरे ब्रिटिश पीएम ने साझा किए आइसीयू के अनुभव: अखबार के साथ हुई बातचीत में जॉनसन ने कहा, 'सात अप्रैल को सेंट थॉमस हॉस्पिटल के आइसीयू में पहुंचने के बाद मुझे कई लीटर ऑक्सीजन दी गई, लेकिन मेरे स्वास्थ्य में कोई खास प्रगति नहीं दिखाई दे रही थी. मैं इससे इन्कार नहीं कर सकता कि वह काफी कठिन समय था. मेरी हालत ठीक नहीं थी. डॉक्टरों के पास सभी तरह के विकल्प थे कि अगर कुछ गलत हुआ तो क्या करना चाहिए? जॉनसन का यह साक्षात्कार उनकी मंगेतर कैरी साइमंड्स द्वारा अपने बेटे की तस्वीर इंस्टाग्राम पर पोस्ट करने के बात सामने आया है. उसका नाम विल्फ्रेड लॉरी निकोलस जॉनसन रखा गया है. इसमें निकोलस प्रधानमंत्री की जान बचाने वाले डॉक्टर निकोलस प्राइस और निकोलस हार्ट के नाम पर लिया गया है. रोम में कम हुई मरने वालों की संख्या, सरकार ने ली राहत की सांस इंटरनेशनल फायर फाइटर डे: खुद झुलसकर भी दूसरों को बचाने वाले 'योद्धाओं' के सम्मान का दिन कभी तांगा चलाता था ये CEO, आज 97 साल की उम्र में वेतन है 25 करोड़