वर्तमान समय में विश्व के हर कोने में कोरोना मौत का तांडव मचा रहा है. भारत में भी कोरोना वायरस से संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. साथ ही मौत का आंकड़ा भी बढ़ रहा है. इस बीच ‘भोपाल गैस कांड’ की जंग जीतने वाले पांच व्यक्ति भी कोरोना वायरस महामारी की जंग हार गये. इन पांचों की पांच अप्रैल से लेकर 12 अप्रैल के बीच कोविड-19 से मौत हुई है. कोरोना वायरस के संक्रमण से अब तक भोपाल में कुल पांच व्यक्तियों की मौत हुई और ये पांचों भोपाल गैस त्रासदी के पीड़ित थे. उम्रदराज और गंभीर बीमारी से पीड़ित शिक्षकों को दी गई राहत, नहीं लगेगी ड्यूटी भोपाल में 2-3 दिसंबर 1984 की दरमियानी रात को यूनियन कार्बाइड के कारखाने से रिसने वाली जहरीली गैस ‘मिक’ की चपेट में आने से हजारों लोग पिछले करीब साढ़े तीन दशक से तमाम स्वास्थ्य संबंधी चुनौतियों का सामना कर रहे हैं. भोपाल गैस पीड़ितों के हितों के लिये लंबे अरसे से काम करने वाले संगठन ‘भोपाल ग्रुप फॉर इन्फॉर्मेशन एंड एक्शन’ की सदस्य रचना ढींगरा ने बुधवार को दावा किया, 'भोपाल में कोरोना वायरस संक्रमण से अब तक पांच व्यक्तियों की मौत हो चुकी है और ये पांचों भोपाल गैस त्रासदी के पीड़ित थे.' इस जिले में तेजी से की जा रही कोरोना की जांच आपकी जानकारी के लिए बता दे कि भोपाल में अब तक 158 मरीज कोविड-19 संक्रमित पाए गए हैं. मध्य प्रदेश में अब तक कोरोना वायरस संक्रमण की चपेट में आने वाले मरीजों की तादाद 757 पर पहुंच गई है. इनमें से अब तक 53 लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें से इंदौर में 37, उज्जैन में छह, भोपाल में पांच, खरगोन में तीन और छिंदवाड़ा एवं देवास में एक-एक मौत के मामले शामिल हैं. इंदौर शहर में अब तक सर्वाधिक 427 कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं. मध्य प्रदेश के 52 जिलों में से 24 जिलों में इस महामारी ने अब दस्तक दे दी है. अगर कोरोना को लेकर कर रहे गूगल सर्च तो, जानें यह अनोखी बात मध्य प्रदेश में आज से शुरू हुई गेहूं की खरीदी कोरोना को मिटाने के लिए होने वाला है युद्धस्तर पर काम