काठमांडू: दुनियाभर में अपने पांव पसारता जा रहा कोरोना वायरस आज थमने का नाम ही नहीं ले रहा है. हर दिन इस वायरस के कहर के कारण दुनियाभर में हजारों मौते हो रही है, इतना ही नहीं इस वायरस की चपेट में आने से अब तक लाखों की तादाद में लोग संक्रमित पाएं गए है. वहीं अब यह लोगों के लिए चिंता का विषय बनता जा रहा है. वहीं दुनियाभर के डॉक्टर्स और वैज्ञानिक कोरोना वायरस से लड़ने के लिए जुटे हुए है. कोरोना संक्रमण पर देश की जनता को संबोधित करते हुए नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने मंगलवार को कहा कि अगले दो हफ्ते महत्वपूर्ण हैं. टीवी पर अपने संबोधन में ओली ने कहा, लोग घर में ही रहें और बाहर न निकलें. लोगों से अपील में उन्होंने शारीरिक दूरी बनाए रखने पर बल दिया. नेपाल में अब तक नौ लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. नेपाल में 30,566 लोगों को क्वारंटाइन करने की व्यवस्था: कोरोना को हराने के लिए सरकार द्वारा की जा रही तैयारियों का ब्योरा देते हुए ओली ने कहा, नेपाल में फिलहाल 30,566 लोगों को क्वारंटाइन करने की व्यवस्था है. तीन हजार से ज्यादा आइसोलेशन बेड तैयार किए जा रहे हैं. देश में नौ हजार से ज्यादा संदिग्ध क्वारंटाइन में हैं. नेपाल सरकार ने सोमवार को देशव्यापी लॉकडाउन 15 अप्रैल तक बढ़ा दिया था. पीएम ने कहा कि विदेश से नेपाल आने वाले लोगों को पहले 14 दिनों के क्वारंटाइन का पालन करना होगा. अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर 30 अप्रैल तक लगा प्रतिबंध: उधर, कोरोना वायरस और लॉकडाउन के कारण नेपाल ने अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर 30 अप्रैल तक प्रतिबंध बढ़ा दिया है. जबकि घरेलू उड़ानों पर 15 अप्रैल तक प्रतिबंध लागू रहेगा. ज्ञात हो कि नेपाल सरकार ने देश में को 15 अप्रैल तक बढ़ाने का फैसला किया है. इससे पहले 7 अप्रैल तक नेपाल में लॉकडाउन का आदेश दिया गया था. ज्‍यादातर देशों ने अपने देश में विदेशियों के आने पर प्रतिबंध लगा दिया है. न्यूयॉर्क में सुधरने लगे हाल, अमेरिका में मौत का आंकड़ा 11 हजार के पर कोरोना वायरस की रोकथाम पर WHO का आया बयान, कहा- 'सुरक्षा उपाय वापस लेने में न करें जल्दबाजी' कोरोना के चपेट में आया इस एक्टर का पूरा परिवार