राजकीय अस्पताल रानीखेत में कोरोना संदिग्ध बताई जा रही 60 वर्षीय महिला को स्वास्थ्य विभाग की टीम ने आइसोलेट किया है। ऐसा बताया जा रहा है कि नगर निवासी महिला और उनके पति 18 मार्च को लंदन से लौटे थे और होम क्वारंटीन पर थे। इसके साथ ही, मुनस्यारी के तीन मरीजों को क्वारंटीन में रखा गया है। 18 मार्च को लंदन से लौटे दंपती की मेडिकल जांच के बाद उन्हें होम क्वारंटीन पर रखा गया था। वहीं बृहस्पतिवार की रात आठ बजे महिला को सांस लेने में तकलीफ हुई। इसके साथ ही इसकी सूचना राजकीय अस्पताल में दी गई चिकित्सकों ने कोरोना संक्रमण की आशंका जताई और एहतियात के तौर पर उन्हें आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराकर उपचार शुरू कर दिया है। इसके साथ ही शुक्रवार सुबह महिला का स्वेप नमूना जांच के लिए सुशीला तिवारी अस्पताल हल्द्वानी भेज दिया गया है। वहीं डाक्टरों ने बताया कि महिला के पति को कोई तकलीफ नहीं है। वहीं वह भी होम क्वारंटीन पर चल रहे हैं। मुनस्यारी के एक ही परिवार के लोग पांच मार्च को खटीमा शादी समारोह में गए थे। वहीं वहां से लौटने के बाद उन्हें सर्दी-जुकाम, बुखार की शिकायत हुई।वहीं बृहस्पतिवार रात चिकित्सकों ने तीनों मरीजों को संदिग्ध मानते हुए जिला अस्पताल रेफर कर दिया।वहीं फिजीशियन डॉ. एसएस कुंवर ने बताया कि तीनों मरीजों में सामान्य लक्षण पाए गए हैं। इसके साथ ही एहतियातन तीनों को राजकीय संग्रहालय में बनाए क्वारंटीन में रखा गया है। वहीं डीएम नितिन सिंह भदौरिया ने बताया कि बीते दिनों विदेश से आए रानीखेत निवासी एक व्यक्ति को सर्दी, जुकाम की शिकायत हुई थी। जिसके बाद उसे गोविंद सिंह माहरा, अस्पताल रानीखेत के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती करा दिया गया है। वहीं दिल्ली से पहुंचे चौखुटिया निवासी दम्पति (महिला एवं पुरुष) को भी सर्दी, जुकाम की शिकायत होने पर बेस अस्पताल में बने आइसोलेशन वार्ड में भर्ती करा दिया गया है। इसके अलावा तीनों के सैंपल जांच के लिए हल्द्वानी भेजे गए हैं। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि बेस अस्पताल में विदेश से आए सोमेश्वर निवासी भर्ती एक अन्य मरीज के सैंपल हल्द्वानी भेजे गये थे जिसकी रिर्पोट अभी नहीं पहुंची है। 42 मरीजों ने कोरोना से जीती जंग, अब इस स्थान पर बिताएंगे जिंदगी दुनियाभर में कोरोना से 21 हज़ार लोगों की मौत, यहाँ देखें हर देश का हाल लॉकडाउन के दौरान डॉक्टरों और पत्रकारों से हुए दुर्व्यवहार पर गरजे प्रकाश जावड़ेकर