डॉक्टरों और नर्सों का रक्षा कवच बनेगा ये कोरोना रोधी सूट

दुनिया में कोरोना वायरस का कहर बहुत तेजी से फैल रहा है. वही, संक्रमित लोगों का इलाज कर रहे डॉक्टरों के लिए पूरी दुनिया एक सुरक्षा कवच का काम कर रही है. इस सुरक्षा कवच का नाम है हजमत सूट. अब भारत भी स्वदेशी तौर पर हेल्थकेयर वर्कर और फ्रंटलाइन वारियर्स से मुकाबला करने के लिए हज़मट सूट का निर्माण करेगा. बता दें कि बाकी देशों में भी इसका इस्तेमाल किया जा रहा है. इबोला हो या कोरोना जब-जब दुनिया में कहीं भी वायरस का हमला होता है तो हजमत सूट डॉक्‍टरों, नर्सों और हरेक जरूरतमंद के लिए ढाल बन जाता है. इसकी मदद से डॉक्टर हो या नर्स वह वायरस से संक्रमित होने से बचे रहते हैं. बुधवार को रूसी राष्‍ट्रपति ब्‍लादिमीर पुत‍िन ने भी हजमत सूट पहनकर कोरोना पीड़‍ितों का हालचाल जाना.

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आपकी जानकारी के लिए बता दे कि हजमत सूट हेजार्डस मटेरियल सूट का संक्षिप्‍त नाम है. ये पूरे शरीर को ढक लेता है. यह खतरनाक पदार्थों, रसायनों और जैविक एजेंटों से सूट को पहनने वाली की रक्षा करता है. हजमत सूट पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट (PPE) का ही एक रूप है जिसे अक्‍सर डॉक्‍टर और च‍िकित्‍साकर्मी मरीजों का इलाज करते समय पहनते हैं. इसके साथ चश्में भी पहने जाते हैं.

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दूसरी ओर इसे पहनने के लिए दुनिया में अलग-अलग प्राटोकॉल है. इस दौरान वायरस या बीमारी के प्रसार को भी ध्यान रखा जाता है. इसका निर्माण इस तरह से किया जाता है कि कोई भी वायरस या नुकसान पहुंचाने वाला पदार्थ इसके अंदर प्रवेश न कर सके.बता दें कि दुनियाभर के करीब सभी देश कोरोना वायरस की चपेट में आ गए हैं. समाचार एजेंसी रायटर के मुताबिक, दुनियाभर के चार लाख से अधिक लोग इससे संक्रमित हो चुके हैं. वहीं भारत में भी लगातार कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है. 

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