शनिवार को केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHIA) के अध्यक्ष और टोल ऑपरेटरों से कहा कि वे राष्ट्रीय राजमार्गों पर प्रवासी श्रमिकों के खाने-पीने समेत अन्य जरूरी सुविधाओं को सुनिश्चित करें. नितिन गडकरी का यह निर्देश ऐसे समय पर आया है जब कोरोना वायरस महामारी के मद्देनजर देश भर में लॉकडाउन है. इसकी वजह से विभिन्न हिस्सों में फंसे हुए प्रवासी श्रमिकों को कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. कोरोना वायरस : सांसद निधि से हुई धनवर्षा, इन नेताओं ने दिए करोड़ो रूपये इस मामले को लेकर सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री गडकरी ने कहा कि, 'मैंने एनएचएआई और टोल ऑपरेटरों को सलाह दी है कि वे अपने घर जाने वाले प्रवासी श्रमिकों और नागरिकों के भोजन और पीने के लिए पानी की व्यवस्था करें. संकट के इस समय में हमें साथी नागरिकों के लिए दयावान बनना होगा.' उन्होंने उम्मीद जताते हुए कहा कि टोल ऑपरेटर उनकी निर्देशों का जल्द पालन करेंगे. कोरोना: प्याज़ मंडी में मजदूरों की किल्लत, दाम में हो सकता है इजाफा आपकी जानकारी के लिए बता दे कि इससे पहले, नितिन गडकरी ने एनएचएआई को सभी राष्ट्रीय राजमार्गों को टोल फ्री करने का आदेश दिया था ताकि आवश्यक वस्तुओं और आपूर्ति के परिवहन में आसानी हो. उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्गों को टोल फ्री करने से देश भर में आवश्यक सामानों की आपूर्ति में आसानी होगी और कर्फ्यू पास वाले मरीजों और जरूरतमंद लोगों की आवाजाही आसान हो जाएगी. वही, लोगों से लॉकडाउन का पालन करने का आग्रह करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि टोल फ्री का फैसला उन लोगों के लिए लिया गाया है, जिन्हें जरूरी काम के लिए बाहर निकलना पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि भले ही पूरे देश में लॉकडाउन है, लेकिन कुछ जरूरतमंद लोगों के लिए पास जारी किए जा रहे हैं. टोल फ्री करने से ऐसे लोगों का समय बचेगा. अधिकारियों की फौज के साथ मीटिंग में व्यस्त रहे सीएम योगी, जनता को राहत पहुंचाने के लिए दिया ये निर्देश कोरोना वायरस : जनता की मदद के लिए इस मंत्री ने घर को बनाया कंट्रोल रूम क्या वाकई बिना सोचे समझे लिया गया था लॉकडाउन का फैसला ?