निजामुद्दीन मरकज में मसूरी के पांच और नैनीताल के आठ लोग मौजूद होकर वापस लौटे थे। इसके साथ ही मरकज में तब्लीगी जमात में मौजूद लोगों के कोरोना पॉजिटिव होने के बाद देशभर में अफरातफरी का माहौल है। इसके साथ ही अब तक निजामुद्दीन मरकज में उत्तराखंड के 26 लोगों के मौजूद होने की बात सामने आ चुकी है। आपकी जानकारी के लिए बता दें की खुफिया तंत्र की जांच पड़ताल में एक और चौंकाने वाली बात सामने आई है कि प्रदेश के 280 लोग अभी जमात में बाहर गए हुए हैं। वहीं ये लोग देहरादून, हरिद्वार, ऊधमसिंह नगर, पौड़ी, टिहरी और उत्तरकाशी के बताए गए हैं। रानीखेत में सात जमातियों को क्वारंटीन सेंटर भेजा गया है। ऐसा बताया जा रहा है कि सातों फरवरी में जमात में पीलीभीत तक गए थे, परन्तु एक दिन पहले निजामुद्दीन जमात से लौटे चारों लोगों के संपर्क में थे। वहीं एहतियात के तौर पर इन्हें क्वारंटीन किया गया है। इसके साथ ही नैनीताल में तबदील जमात के आठ लोग मिलेमसूरी के जमातियों के मरकज में मौजूद होने की बात से शासन प्रसासन में हड़कंप मचा हुआ है। वहीं नैनीताल में तबदील जमात के आठ लोग मिले हैं। इसके साथ ही जिन्हें पुलिस ने मंगलवार को देर रात अस्पताल में भर्ती कराया है। वहीं 31 मार्च को जारी हुई लिस्ट में इनके नाम मौजूद हैं और इनकी कॉन्टेक्ट हिस्ट्री भी है। वहीं ये लोग यहां मल्ली ताल में देखे गए, जिसकी जानकारी क्षेत्र के लोगों ने पुलिस को दी। देर रात पुलिस प्रशासन के साथ डॉक्टरों की टीम मौके पर पहुंची और जमाती सहित उनके परिवार के सदस्यों को भी ले गई। इसके साथ ही उत्तरकाशी से इस साल कुल नौ लोग बाहरी राज्यों एवं देशों में जमात के लिए गएजनपद उत्तरकाशी से इस साल कुल नौ लोग बाहरी राज्यों एवं देशों में जमात के लिए गए थे। आपकी जानकारी के लिए बता दें की इनमें से तीन लोग वर्तमान में दिल्ली में क्वारंटीन हैं, हालाँकि छह लोग ऊना हिमाचल प्रदेश में हैं। इसके साथ ही मुस्लिम धर्म के प्रचार के लिए हर साल जिले से भी मुस्लिम समुदाय के कई लोग बाहरी क्षेत्रों में जमात पर जाते हैं। वहीं इस वर्ष मोरी क्षेत्र के तीन लोग जमात के लिए मलेशिया गए थे और वहां से लौटकर वे दिल्ली में आयोजित जलसे में मौजूद हुए। पुलिस सूत्रों के अनुसार इन तीनों को दिल्ली में ही क्वारंटीन किया गया है।हालाँकि मोरी क्षेत्र से ही छह लोग हिमाचल प्रदेश के ऊना में जमात पर गए थे। यह लोग भी वापस नहीं लौटे हैं। वहीं ऐसे में दिल्ली में आयोजित जलसे में शामिल हुए लोगों के माध्यम से जिले में कोरोना संक्रमण का कोई खतरा नहीं है। लॉकडाउन में सरकार ने गरीबों को दी बड़ी राहत. बढ़ाया मनरेगा मजदूरों का वेतन कोरोना: क्या देशभर में लागू होगा आपातकाल ? इंडियन आर्मी ने दिया जवाब कोरोना: आखिर क्यों राज्यपाल लालजी टंडन ने चखा भोजन?