देहरादून में लॉकडाउन के दौरान स्विगी के सेल्समैन लोगों के घर आटा, दाल, चावल पहुंचाएंगे। वहीं स्विगी ने कई क्षेत्रों में राशन की होम डिलीवरी की सुविधा शुरू कर दी है। इसके लिए स्विगी ने कई ग्रॉसरी स्टोर्स से टाइअप किया है।लॉक डाउन के कारण इन दिनों कई लोगों को राशन खरीदने के लिए परेशान होना पड़ रहा है। इसके साथ ही विशेषकर उन परिवारों को जहां केवल बुजुर्ग या महिलाएं और बच्चे ही हैं। वहीं इसको देखते हुए स्विगी ने कई इलाकों में राशन की होम डिलीवरी की सुविधा शुरू की है। दिन में ग्रॉसरी स्टोर खुले रहने के समय स्विगी के सेल्समैन इन इलाकों में घर-घर जा कर राशन पहुंचाएंगे। इन दिनों ज्यादातर होटल और रेस्टोरेंट बंद होने के कारण पकवानों की होम डिलीवरी लगभग बंद है। कुछ रेस्टोरेंट केवल जरूरतमंदों के लिए खाना तैयार कर रहे हैं।वहीं इससे स्विगी के सेल्समैन भी खाली बैठे हुए हैं। वहीं राशन की होम डिलीवरी होने से अब उन्हें लॉक डाउन में काम मिल सकता है । निरंजनपुर मंडी में की 600 लोगों के खाने की व्यवस्था लॉकडाउन के दौरान जरूरतमंदों तक मदद पहुंचाने के लिए तमाम सामाजिक संगठनों, संस्थाओं और लोगों के प्रयास जारी हैं। ज्यादातर स्थानों पर प्रशासन और पुलिस के सहयोग से जरूरतमंदों तक पका हुआ भोजन व रसद पहुंचाई जा रही है। आपकी जानकारी के लिए बता दें की हर्षल फाउंडेशन ने बसंत विहार पुलिस थाने के माध्यम से जरूरतमंद लोगों को वितरित किया। फाउंडेशन की संस्थापक रमा गोयल ने बताया कि जरूरतमंदों को आटा, चावल, दाल, तेल, नमक, मसाले और साबुन के पैक बनाकर वितरित किए गए। वहीं भाजयुमो महानगर अध्यक्ष श्याम पंत ने बताया कि क्षेत्र में करीब 600 दिहाड़ी मजदूर, रिक्शा टेंपो चालकों के लिए खाने की व्यवस्था की गई है। इसके साथ ही अगले कई दिनों तक यह व्यवस्था चलती रहेगी। ख़राब मौसम का फायदा उठाकर भारतीय सीमा में घुस आए थे 5 आतंकी, सेना ने किया ढेर भारतीय रेलवे का बड़ा फैसला, अब सीनियर सिटीजन को किराए में नहीं मिलेगी छूट जन-धन खाताधारकों से वित्त मंत्रालय की अपील, कहा- बैंकों में भीड़ ना लगाएं