लॉकडाउन और कोरोना संक्रमण के बीच मरीजों की 78 प्रतिशत रिकवरी दर के साथ पंजाब देश का अग्रणी राज्य बन गया है. मंगलवार को जारी प्रेस बयान में स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू ने कहा कि पंजाब सरकार कोरोना से मुकाबले के लिए पूरी तरह तैयार है और स्वास्थ्य विभाग की टीमों द्वारा गत अप्रैल में 1,57,13,789 व्यक्तियों की जांच की गई. इनमें से 9,593 व्यक्तियों में कोरोना के लक्षण पाए गए थे, जिन्हें आगे प्रबंधन और नमूने के लिए रेफर किया गया. उत्तरप्रदेश सरकार पर लगा मजदूरों की पीड़ा न समझने का आरोप, विपक्ष ने बोली यह बात अपने बयान में उन्होंने कहा कि राज्य में अब तक कोविड-19 के 1980 मामलों की पुष्टि की गई है और 52,955 व्यक्तियों की जांच की गई है, जिनमें से 48,813 व्यक्तियों की रिपोर्ट निगेटिव आई है. उन्होंने कहा कि कोविड-19 के 1980 मरीजों में से 1557 मरीज ठीक हो गए हैं, जो देश में मरीजों के ठीक होने की सबसे अधिक रिकवरी दर है. ट्रक और एंबुलेंस से मंगवाई जा रही है शराब, ऑर्डर देने वालों पर भी होगी कारवाई इसके अलावा बलबीर सिद्धू ने आगे कहा कि राज्य भर में ‘रिस्क स्ट्रेटीफाइड रैंडम सैंपलिंग’ की जरूरत है और कोरोना का फैलाव रोकने के लिए उच्च जोखिम वाले क्षेत्रों और व्यक्तियों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा. इस संबंध में सिविल सर्जनों को हिदायतें जारी की गई हैं. कंटेनमेंट जोन के बारे में उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने सिर्फ कंटेनमेंट जोन की परिभाषा दी है और अब कोई रेड, आरेंज या ग्रीन जोन नहीं है. सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए सीएम योगी ने बोली यह बात इस घर में आठ दिन में निकले सांप के 123 बच्चे, गांव में मची खलबली इस दिन तक भारत-नेपाल सीमा रहने वाली है बंद