लंदन: एक तरफ दुनियाभर में बढ़ता जा रहा कोरोना वायरस जैसी महामारी का खौफ लोगों के लिए आफत बना हुआ है, और ऐसे में दुनिया के कोने कोने में इस वायरस के चलते जुर्म की नई वारदातें सामने आ रही है, जंहा लोगों के दिलों में इस बात का खौफ अब और भी बढ़ने लगा है की दिन रात हो रही तरह तरह की घटनाए लोगों के लिए बड़ी परेशानी का कारण बन सकती है. वहीं सबसे ज्यादा दुनियाभर में साइबर क्राइम से लोगों के बीच दहशत पनप रही है. मिली जानकारी के अनुसार महामारी से जूझ रही दुनिया के लिए साइबर अपराधी मुश्किल खड़ी कर सकते हैं. अमेरिका, ब्रिटेन जैसे देश जहां वायरस की काट पता करने में दिन रात एक किए हुए हैं. वहीं कुछ देशों की सरकारों से समर्थित साइबर हमलावार दवा कंपनियों, रिसर्च सेंटरों से गोपनीय सूचनाएं चुराने की कोशिश करने लगे हैं. जानकारी के लिए हम बता दें कि खतरे को भांपते हुए अमेरिका की साइबर सिक्योरिटी एंड इंफ्रास्ट्रक्चर सिक्योरिटी एजेंसी (सीआईएसए) और ब्रिटेने के नेशनल साइबर सिक्योरिटी सेंटर (एनसीएससी) ने मंगलवार को अलर्ट जारी किया है. एनसीएससी और सीआईएसए ने बिना किसी देश का नाम लिए कहा कि हैकर्स दवा कंपनियों और शोध संगठनों से कोरोना से जुड़ी अहम जानकारी चुराने की कोशिश कर रहे हैं. हालांकि अमेरिकी व ब्रिटेन के अधिकारियों की मानें तो साइबर हमले की कोशिश चीन, ईरान और कुछ रूसी हैकरों की ओर से होने की आशंका है. दोनों अधिकारियों की मानें तो इस मामले में तेहरान, बीजिंग और मॉस्को लगातार साइबर हमले की बात को नकार रहे हैं. इस्लामिक देशों में कोरोना बना काल, टॉप 3 में शामिल है यह मुल्क अमेरिका पर बुरा साया बना कोरोना, 24 घंटे में 2 हजार से अधिक लोगों ने गवाई अपनी जान कोरोना वायरस की उत्‍पत्ति को लेकर अमेरिका की सेना ने काटा किनारा