बीजिंग: एकाएक बढ़ा ही जा रहा कोरोना का प्रकोप आज पूरी दुनिया के लिए महामारी का रूप लेता रहा है. वही इस वायरस की चपेट में आने से अब तक 160000 से अधिक मौते हो चुकी है. लेकिन अब भी यह मौत का खेल थमा नहीं है. इस वायरस ने आज पूरी दुनिया को हिला कर रख दिया है. कई देशों के अस्पतालों में बेड भी नहीं बचे है तो कही खुद डॉ. इस वायरस का शिकार बनते जा रहें है. देश के दूसरे शहरों को कोरोना वायरस संक्रमण से बचाने के लिए चीन ने शनिवार को कुछ नए आदेश जारी किए. इसके तहत वुहान के कुछ प्रमुख क्षेत्रों में काम करने वाले लोग यदि शहर से बाहर जाना चाहते हैं तो उन्हें कोरोनावायरस का टेस्ट कराना होगा. बता दें कि सबसे पहले हुबेई प्रांत की राजधानी वुहान में ही संक्रमण का पता चला था. संक्रमण को रोकने के लिए यहां पर 70 दिनों तक लॉकडाउन रखना पड़ता था. वुहान से बाहर जाने वालों का न्यूक्लिक टेस्ट अनिवार्य: चीन के नेशनल हेल्थ कमीशन के मुताबिक, नर्सिग, शिक्षा, सिक्योरिटी और दूसरे अन्य क्षेत्रों में काम करने वाले लोगों का आम लोगों से ज्यादा जुड़ाव रहता है, इसलिए अगर ऐसे लोग शहर से बाहर जाना चाहते हैं तो उन्हें न्यूक्लिक टेस्ट कराना अनिवार्य होगा. इस टेस्ट का पैसा सरकार देगी. वुहान में ही अन्य क्षेत्रों में काम करने वाले ऐसे लोग जो शहर छोड़कर जाना चाहते हैं, उन्हें स्वैच्छिक टेस्ट कराने के लिए प्रोत्साहित किया गया है. मौत के कुएं में धकेल रहा कोरोना, हिलाकर रख देगा यह आंकड़ा यहाँ राहत सामग्री के साथ बंट रही शराब, गवर्नर बोले- ये कोरोना को मारती है... कई राज्यों में लॉकडाउन के खिलाफ प्रदर्शन शुरू, हाथों में बन्दूक लेकर सड़कों पर उतरे लोग