क्या मृत शरीर में लंबे समय तक जीवित रहता है कोरोना ?

यह बात तो आपको पता होगी कि कोरोना वायरस से संक्रमित होकर मरने वाले शख्‍स के मृत शरीर से भी संक्रमित होने का खतरा बना रहता है. भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आइसीएमआर) ने मंगलवार को कहा कि कोरोनो वायरस (कोविड-19) का अस्तित्व मृत शरीर से धीरे-धीरे कम होता जाता है. हालांकि, अभी तक किसी शव को गैर-संक्रामक घोषित करने की कोई खास अवधि नहीं है. यानि किसी शव में से कितने घंटे या दिनों में कोरोना वायरस खत्‍म हो जाएगा, इस बारे में अभी कोई शोध उपलब्‍ध नहीं है.

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इसके अलावा शीर्ष स्वास्थ्य अनुसंधान निकाय ने एक प्रश्न के जवाब में कहा कि एक मृत शरीर में कोविड-19 की संक्रामकता अवधि कितने दिनों की है, ये बता पाना संभव नहीं. आइसीएमआर का कहना है कि इसलिए, कोरोना वायरस के संक्रमण से मरनेवाले के मृत शरीर को संभालते समय आवश्यक सावधानियों और गैर-इनवेसिव शव परीक्षण तकनीक को अपनाने की सलाह दी जाती है.

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आपकी जानकारी के लिए बता दे कि आइसीएमआर ने मंगलवार को कुछ गाइडलाइन जारी की है. इनमें कहा गया है कि जिन कोरोना वायरस से जुड़े मरीजों का पोस्टमार्टम करना जरूरी भी हो उसमें पारंपरिक तरीका अपनाने की जरूरत नहीं है. ज्यादा चीरफाड़ से अंगों के रिसाव से डाक्टरों, मोच्र्युरी (मुर्दाघर) के कर्मचारियों, पुलिस कर्मियों और शव की अंत्येष्टि करने वालों को संक्रमण का गंभीर खतरा हो सकता है.

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