पीएम मोदी ने 3 मई तक लॉकडाउन लागू कर दिया है. वही, कोरोना वायरस का पहला प्लाज्मा परीक्षण देश में सफल रहा है. दिल्ली के एक निजी अस्पताल में भर्ती मरीज पर प्लाज्मा तकनीकी का इस्तेमाल किया गया था. सोमवार को वेंटिलेटर से हटाने के बाद भी उसकी स्थिति बेहतर है. अस्पताल ने हाल में प्लाज्मा तकनीक का ट्रायल शुरू किया था. इसमें कोरोना से ठीक हो चुके लोगों का प्लाज्मा संक्रमित व्यक्ति पर चढ़ाया जाता है. 25 दिन का सफर, 2800 किमी पैदल, आपको रुला देगी असम के मज़दूर की ये दास्ताँ आपकी जानकारी के लिए बता दे कि, एक ही परिवार के कई लोग बीमार होने के बाद भर्ती हुए थे, जिनमें दो वेंटिलेटर पर थे. इस बीच, वेंटिलेटर पर रखे एक मरीज की मौत हो गई, दूसरा वेंटिलेटर पर ही था. दिल्ली के इस 49 वर्षीय मरीज पर ही परीक्षण हुआ. विशेषज्ञों के अनुसार एक व्यक्ति के खून से अधिकतम 800 मिलीलीटर प्लाज्मा लिया जा सकता है. पंजाब : अब तक राज्य में 246 लोग हुए कोरोना संक्रमित, इतना हुआ मौत का आंकड़ा अगर आपको नही पता तो बता दे कि कोरोना मरीज के शरीर में एंटीबॉडीज डालने के लिए 200 मिलीलीटर प्लाज्मा चढ़ाते हैं. मैक्स अस्पताल के निदेशक डॉ. संदीप बुद्धिराजा ने बताया, इलाज में प्लाज्मा तकनीक कारगर साबित हो चुकी है. जिसने रक्त दिया वह मरीज तीन सप्ताह पहले ही ठीक हो चुका है. कोरोना ने एक और थाना प्रभारी को बनाया शिकार, जानें हर एक बात लॉकडाउन : विधायक को जारी हुआ यात्रा पास, बिहार की सियासत में मचा बवाल भाई और मां की भूख मिटाने के लिए किशोर ने की चोरी, कोर्ट ने लिया ऐसा फैसला