नई दिल्ली: चुनाव संबंधी सूचनाओं का विश्लेषण करने वाले समूह एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) के एक अध्ययन में बीते गुरूवार को यह स्पष्ट हुआ है कि देश के अनेक राजनीतिक दलों को कॉर्पोरेट और उद्योग घरानों से 876 करोड़ रुपये का चंदा मिला है। जी हाँ, इस अध्ययन को करने के बाद यह कहा गया है कि 'कॉर्पोरेट और उद्योग घरानों से जो 876 करोड़ रुपये का चंदा मिला है इसमें भाजपा को सर्वाधिक धन मिला है और BJP के बाद कांग्रेस को चंदा मिला है।' एडीआर ने भारत निर्वाचन आयोग द्वारा सार्वजनिक किये आंकड़ों के हवाले से कहा है कि 'भाजपा को 698 करोड़ रुपये मिले है और कांग्रेस को कुल 122.5 करोड़ रुपये मिले।' इसके अलावा यह भी कहा गया है कि, 'सभी राजनीतिक दलों को एक वित्त वर्ष में 20,000 रुपये से अधिक के चंदे और दानदाता के बारे में चुनाव आयोग को जानकारी देनी होती है।' सामने आने वाली एक रिपोर्ट के मुताबिक़, ‘‘पांच राष्ट्रीय दलों में से भाजपा को 1,573 कॉर्पोरेट दानदाताओं से अधिकतम 698.082 करोड़ रुपये का चंदा मिला है और उसी के बाद कांग्रेस को 122 कॉर्पोरेट दानदाताओं से 122.5 करोड़ रुपये का कुल चंदा मिला है। इसके अलावा राकांपा को 17 कॉर्पोरेट दानदाताओं से 11.345 करोड़ रुपये मिले है।'' बताया जा रहा है कि अब तक कुल 319 चंदे ऐसे हैं जिनके बारे में दानदाता फॉर्म में पते की जानकारी नहीं है, लेकिन हाँ इनसे राष्ट्रीय राजनीतिक दलों को 31.42 करोड़ रुपये मिले हैं। बिहार चुनाव: गुस्से में बोले चिराग- अगर हम 'वोटकटवा' हैं तो भाजपा ने 2014 से साथ क्यों रखा ? बिग बॉस के घर में मचा बवाल, इन कंटेस्टेंट के खिलाफ हुआ पूरा घर अब एल्बम सांग में नजर आएंगी नागिन सुरभि ज्योति, इस दिन होगा रिलीज