देश को आजादी 15 अगस्त 1947 को मिली, लेकिन आजाद भारत के लिए एक पुख्ता संविधान की जरूरत थी ताकि देशवासियों के मूल अधिकार, शासन प्रणाली और न्याय व्यवस्था सुचारू रूप से चल सकें और लोकतंत्र को मजबूती मिले। आज आजाद भारत अपना 69वां गणतंत्र दिवस मना रहा है. देश का संविधान 26 जनवरी 1950 को लागू हुआ था. भारत का संविधान बाबासाहब डॉ.भीमराव अम्बेडकर द्वारा निर्मित किया गया है. जो कि, दुनिया का सबसे बड़ा लिखित संविधान हैं. संविधान निर्माण की प्रक्रिया में कुल 2 वर्ष, 11 महीना, 18 दिन का समय लगा था. भारत देश का पहला गणतंत्र दिवस दिल्ली के इरविन एम्पीथियेटर में मनाया गया था। इस जगह को अब मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम कहते हैं। इंडोनेशिया के राष्ट्रपति सुकानो गणतंत्र दिवस पर बतौर मुख्य अतिथि बुलाए गए थे। पहले राष्ट्रपति डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद ने जैसे ही तिरंगा फहराया था, तिरंग के फहराते ही दनादन 21 तोपों सलामी से राजधानी गूंज उठी थी। बता दें कि इस बार (2018) भारत का 69वां गणतंत्र दिवस है। इस बार यह मौका इसलिए भी खास है क्यों कि पहली बार 10 देशों के नेता बतौर मुख्य अतिथि इस समारोह मे बुलाए गए। इनमें ब्रुनेई, कंबोडिया, इंडोनेशिया, लाओस, मलेशिया, म्यांमार, फिलीपींस, सिंगापुर, थाइलैंड और वियतनाम के राष्ट्राध्यक्ष शामिल है।