नई दिल्ली: बीते कल यानी 20 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र के नाम संबोधन दिया। वहीँ अब उनके उसी संबोधन पर कांग्रेस ने पलटवार किया है। हाल ही में कांग्रेस ने पलटवार करते हुए कहा कि, 'केंद्र सरकार कोरोना वायरस संकट से निपटने में नाकाम रही है।' जी दरअसल अपने पटलवार में पार्टी ने कहा कि, 'देश अब कोरा संबोधन नहीं, बल्कि ठोस समाधान चाहता है।' आप सभी को बता दें कि यह पलटवार पार्टी महासचिव रणदीप सुरजेवाला और प्रवक्ता पवन खेड़ा ने किया है। दोनों ने एक बयान जारी कर यह सब कहा है। उनके अनुसार 24 मार्च, 2020 को मोदी जी ने कहा था कि 'महाभारत का युद्ध 18 दिन चला था और कोरोना से युद्ध जीतने में 21 दिन लगेंगे। लेकिन 210 दिन बाद भी समूचे देश में कोरोना महामारी की महाभारत छिड़ी है, लोग मर रहे हैं, पर मोदी जी समाधान की बजाए टेलीविजन पर कोरे संबोधन से काम चला रहे हैं।' इसके अलावा दोनों ने यह भी आरोप लगाए और कहा कि, 'कोरोना से लड़ाई में मोदी सरकार पूरी तरह निकम्मी व नाकारा साबित हुई है। महामारी की विभीषिका में बीजेपी ने देश के लोगों को अपने हाल पर बेहाल छोड़ दिया है। भारत आज दुनिया का कोरोना कैपिटल बन गया है। 19 अक्टूबर, 2020 को जारी आंकड़ों के मुताबिक कोरोना महामारी के संक्रमण में भारत अब दुनिया में पहले स्थान पर है।' इसी के साथ उन्होंने कोरोना वायरस से संबंधित कई आंकड़े पेश करते हुए दावा किया, '100 दिन में भारत में कोरोना संक्रमण एक लाख से बढ़कर 75 लाख हो गया। यह घोर नाकामी व निकम्मेपन को बयां करता है।' इस दौरान सुरजेवाला और खेड़ा ने यह भी कहा कि, 'मोदी जी ने राष्ट्र के नाम संबोधन में कहा कि दवा आने तक कोरोना खत्म होने की कोई उम्मीद नहीं। समझ नहीं आता कि कितनी बार एक-दूसरे के विरोधाभासी झूठ बोलकर देश को बरगलाएंगे। देश अब कोरा संबोधन नहीं, बल्कि ठोस समाधान चाहता है।' आगे अपने पलटवार में कांग्रेस ने पीएम मोदी से पूछा कि 'नेतृत्व की इस विफलता का मोदी जवाब दें। देश को बताएं कि कोरोना पर नियंत्रण कैसे पाया जाएगा? कोरोना संक्रमण की विस्फोटक स्थिति पर कैसे काबू पाएंगे? कोरोना संक्रमण को करोड़ों में जाने से कैसे रोकंगे? कोरोना से हो रही बेतहाशा मौतों पर कैसे नियंत्रण होगा? डूबती अर्थव्यवस्था को कैसे उबारेंगे? क्या कोई हल है या फिर भगवान पर इल्जाम लगा देंगे?' वैसे हम आपको यह भी बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में कहा था, 'लॉकडाउन भले खत्म हो गया है, लेकिन कोरोना वायरस खत्म नहीं हुआ है। जब तक कोरोना के खिलाफ लड़ाई में देश को सफलता नहीं मिल जाती, तब तक लापरवाही नहीं बरती जानी चाहिए।' तेलंगाना की मदद के लिए आगे आए सीएम केजरीवाल, किया वित्तीय सहायता का ऐलान पूर्वांचल में षष्ठी से पहले पूजा पंडाल में स्थापित नहीं हो पाएंगी माँ दुर्गा की मूर्तियाँ निवारक उपायों के बिना, बाढ़ राहत क्षेत्रों में लोगों को है कोरोना संक्रमित होने का डर