दिल्ली से रवाना हुई देश की पहली रामायण सर्किट ट्रेन, अयोध्या से रामेश्वरम तक 7500 किमी का सफर

नई दिल्ली: केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने रविवार (7 नवंबर 2021) को अपने ट्विटर पर ‘श्री रामायण यात्रा’ की पहली झलक शेयर की थी। यह विशेष रूप से रामायण से संबंधित स्थलों में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए बनाया गया एक रेल सर्किट है। मंत्री के मुताबिक, यात्रा रविवार को 100 फीसद व्यस्तता के साथ शुरू हुई। वैष्णव ने ट्वीट में लिखा कि, 'जबर्दस्त रिस्पांस ! शत-प्रतिशत लोगों के साथ ‘श्री रामायण यात्रा’ का पहला दौरा रविवार से आरंभ हो गया है। रामायण सर्किट पर अगला दौरा 12 दिसंबर 2021 को है। जय जय श्री राम।'

 

बता दें कि यह डीलक्स एसी पर्यटक ट्रेन 07 नवंबर को दिल्ली के सफदरजंग रेलवे स्टेशन से 16 रातों और 17 दिनों के लिए रवाना हुई, जिसमें 132 यात्री मौजूद थे। श्री रामायण यात्रा रेल सर्किट को धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने और सुविधा प्रदान करने के लिए भारतीय रेलवे खानपान और पर्यटन निगम (IRCTC) द्वारा ‘देखो अपना देश’ पहल के तहत आरंभ किया गया है। रामायण सर्किट यात्रा की शुरुआत 7 नवंबर को दिल्ली के सफदरजंग रेलवे स्टेशन से की गई। 17 दिनों की इस यात्रा में भगवान राम के जीवन से संबंधित अयोध्या, नंदीग्राम, जनकपुर, सीतामढ़ी, काशी, प्रयाग, श्रृंगवेरपुर, चित्रकूट, नासिक, हम्पी और रामेश्वरम सहित कई अहम स्थल शामिल हैं।

 

यात्रा का पहला पड़ाव प्रभु श्री राम का जन्म स्थान अयोध्या होगा, जहाँ तीर्थयात्रियों को श्री राम जन्मभूमि मंदिर, श्री हनुमान मंदिर और नंदीग्राम में भरत मंदिर का दर्शन कराया जाएगा। अयोध्या से रवाना होकर यह ट्रेन सीतामढ़ी जाएगी, जहाँ भक्त जानकी जन्म स्थान व नेपाल के जनकपुर स्थित राम जानकी मंदिर में दर्शन कर सकेंगे। ट्रेन का अगला पड़ाव बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी होगा। यहाँ से श्रद्धालु बसों द्वारा वाराणसी के प्रसिद्ध मंदिरों सहित सीता समाहित स्थल का दर्शन कर सकेंगे। उसके बाद यह ट्रेन 17वें दिन दिल्ली वापस पहुँचेगी। इस दौरान ट्रेन द्वारा तक़रीबन 7500 किलोमीटर की यात्रा पूरी की जाएगी।

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