बैंगलोर: एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) और नेशनल इलेक्शन वॉच (NEW) की स्टडी के अनुसार, कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी (KPCC) के अध्यक्ष और राज्य के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार 1,413 करोड़ रुपये की संपत्ति के साथ देश के सबसे अमीर विधायक हैं। शिवकुमार ने चुनाव आयोग को सौंपे अपने 2023 के हलफनामे में दावा किया कि उनके पास कुल 273 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति और 1,140 करोड़ रुपये की चल संपत्ति है। इसके साथ ही उन्होंने अपनी देनदारियां कुल 265 करोड़ रुपए की बताई हैं। बता दें कि, यह वो संपत्ति है, जो डीके शिवकुमार ने अपने हलफनामे में खुद घोषित की है। ADR विश्लेषण के मुताबिक, कर्नाटक के 14% विधायक अरबपति हैं, जो देश में सबसे अधिक फीसद (100 करोड़ रुपये और इससे अधिक की संपत्ति के मामले में) है, और राज्य के विधायकों की औसत संपत्ति 64.3 करोड़ रुपये है। सूची में शीर्ष तीन स्थानों पर कर्नाटक के विधायक हैं। एक स्वतंत्र विधायक और व्यवसायी केएच पुट्टस्वामी गौड़ा दूसरे सबसे अमीर व्यक्ति हैं, जिनकी संपत्ति 1,267 करोड़ रुपये और देनदारियां 5 करोड़ रुपये से कुछ कम हैं। गौड़ा के पास 990 करोड़ रुपये की रियल एस्टेट और 276 करोड़ रुपये की निजी संपत्ति है। तीसरे सबसे अमीर प्रियकृष्ण हैं, जो कर्नाटक विधानसभा में सबसे कम उम्र के कांग्रेस MLA हैं। 39 वर्षीय के पास 1,156 करोड़ रुपए की संपत्ति है। यह भी दिलचस्प है कि देशभर के तमाम विधायकों में से प्रियकृष्ण पर सबसे बड़ी देनदारी है, उन्होंने कुल मिलाकर 881 करोड़ रुपये की देनदारी दर्शा रखी है। कर्नाटक के शीर्ष अरबपतियों की सूची में 18वां स्थान उनके पिता एम. कृष्णप्पा का था। वहीं, भाजपा के भागीरथी मुरुलिया, जिन्होंने 28 लाख रुपये की संपत्ति और 2 लाख रुपये की देनदारी का खुलासा किया है, कर्नाटक विधानसभा के लिए चुने गए सबसे गरीब विधायक हैं।