बीजिंग: उज्बेकिस्तान में SCO समिट में शामिल होकर चीन वापस लौटने के बाद से ही चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग एकाएक 'लापता' हो गए हैं। वे किसी भी सार्वजनिक मंच पर नज़र नहीं आ रहे है। इस स्थिति में सोशल मीडिया पर अफवाह चलने लगी है कि चीन में तख्तापलट हो चुका है और शी जिनपिंग को हाउस अरेस्ट कर लिया गया है। खास बात है कि यह अफवाह ऐसे समय में फैली है, जब चीनी राष्ट्रपति जिनपिंग अपने तीसरे कार्यकाल की तैयारी कर रहे हैं। यदि राष्ट्रपति के रूप में जिनपिंग का तीसरा कार्यकाल शुरू हो जाता है, तो चीन की राजनीति में यह अमिट इतिहास बन जाएगा और चीन के सुप्रीम नेता रहे माओ जिडोंग के बाद शी जिनपिंग ऐसा करने वाले दूसरे व्यक्ति बन जाएंगे। हालाँकि, फ़िलहाल जिनपिंग गायब हैं और पूरी दुनिया सोशल मीडिया पर चीनी राष्ट्रपति के गायब हो जाने पर सवाल कर रही है, उसके बावजूद चीनी मीडिया कोई प्रतिक्रिया नहीं दे रही है। चीन की मीडिया सामन्य दिनों की तरह की अपने काम में लगी हुई है और एक भी कॉलम शी जिनपिंग के नाम पर नहीं चल रहा है। चीनी मीडिया की चुप्पी के बीच, इंटरनेशनल मीडिया लगातार यह सवाल कर रहा है कि आखिर चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग हैं कहां ? मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कई एक्सपर्ट्स ने शी जिनपिंग के हाउस अरेस्ट और सत्ता के तख्तापलट को कोरी अफवाह करार दिया है। उनका मनाना है कि चीन में सख्त कोरोना नियम होने के कारण जिनपिंग क्वारंटीन हैं, क्योंकि वे हाल ही में समरकंद से वापस आए हैं, और चीन में यह नियम सभी के लिए अनिवार्य है कि जो भी विदेश से आएगा, उसे क्वारंटीन रहना पड़ेगा। सुब्रमण्यम स्वामी के ट्वीट से मचा था बवाल:- बता दें कि भाजपा के दिग्गज नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री सुब्रमण्यम स्वामी ने जिनपिंग को लेकर एक ट्वीट किया, जो देखते ही देखते वायरल हो गया। चीन के बारे में काफी जानकारी रखने वाले स्वामी ने अपने ट्वीट में लिखा, 'क्या चीनी राष्ट्रपति बीजिंग में हाउस अरेस्ट हैं? हाल ही में जब शी जिनपिंग समरकंद में थे, जब चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के नेताओं ने जिनपिंग को सेना के अध्यक्ष पद से हटा दिया था, उसके बाद से ही अफवाह है कि उन्हें हाउस अरेस्ट कर लिया है।' इसके बाद से चीनी राष्ट्रपति को लेकर कयासबाजी और तेज हो गई है। दूसरी तरफ, News Highland Vision वेबसाइट ने चीन में सत्ता पलटने को लेकर बड़ा दावा किया है। वेबसाइट का कहना है कि, चीन में CPC सेंट्रल कमिटी के सदस्यों की रक्षा करने वाले सेंट्रल गार्ड ब्यूरो (CGB) का कंट्रोल अब पूर्व चीनी राष्ट्रपति हू जिन्ताओ, एक्स प्रीमियर वेन जिआबो और पूर्व स्टैंडिंग कमिटी के मेंबर सोंग पिंग ने अपने हाथों में ले लिया है। बता दें कि, चीन में शी जिनपिंग अपना दूसरा कार्यकाल पूरा करने के बाद, तीसरा कार्यकाल के लिए कमर कसकर तैयार हैं। नया कार्यकाल 16 अक्टूबर से आरम्भ होना है। इसी बीच तख्तापलट की चर्चा ने और भी कई अफवाहों को पैदा कर दिया है। इन्हीं अफवाहों में एक है कि 16 अक्टूबर को बतौर राष्ट्रपति शी जिनपिंग के नाम पर नहीं, बल्कि जनरल ली क्विआओ के नाम पर मुहर लगेगी। हालाँकि, जिनपिंग फिलहाल हाउस अरेस्ट हैं, क्वारंटाइन हैं या कोई और वजह है ? इस बारे में स्पष्ट रूप से कुछ नहीं कहा जा सकता है। दुर्गा पूजा के लिए मंदिर जा रहे 24 हिंदू श्रद्धालुओं की मौत, बीच नदी में पलटी नाव जानिए क्या है इस बार 'विश्व पर्यावरण स्वास्थ्य दिवस' थीम क्या गर्भनिरोधक दवाओं का इस्तेमाल होता है सुरक्षित, जानिए क्या है सच्चाई...?