दिसपुर. असम के 24 साल पुराने फर्जी एनकाउंटर मामले में सेना की एक सैन्य अदालत ने अब एक बड़ा फैसला सुनाया है. इस सैन्य अदालत ने साल 1994 के फर्जी एनकाउंटर मामले के दोषी एक मेजर जनरल और दो कर्नलों समेत कुल सात लोगों को उम्र कैद की सजा सुनाई है. घाटी में घुसपैठ की कोशिश, आतंकियों को ट्रेनिंग दे रहा पाकिस्तान यह कोर्ट मार्शल कल (रविवार, 14 अक्टूबर) असम के डिबरुगढ़ जिले में भारतीय सेना के 2 इनफेंट्री माउंटेने डिविजन की ओर से किया गया है. इस खबर का दावा हाल ही में एक समाचार एजेंसी ने अपनी एक रिपोर्ट में किया है. इस रिपोर्ट के मुताबिक असम में हुए इस 24 साल पुराने मामले में मेजर जनरल ए. के. लाल, कर्नल आर. एस. सिबिरेन, कर्नल थॉमस मैथ्यू, जूनियर कमिशंड ऑफिसर्स और नॉनकमिशंड ऑफिसर्स अलबिंदर सिंह, जगदेव सिंह, दिलीप सिंह और शिवेंदर सिंह को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है. हालाँकि दिल्ली के सेना मुख्यालय की ओर से अभी इस बात की पुष्टि नहीं की गई है. लेकिन सेना से जुड़े सूत्रों के मुताबिक यह पुष्टि भी जल्द ही कर दी जाएगी. भारतीय सेना में नौकरियों की भरमार, जल्द कर दें आवेदन उल्लेखनीय है कि असम में 24 साल पहले सन 1994 में सेना के कुछ अधिकारीयों द्वारा किये गए इस एनकाउंटर में एक छात्र संगठन से जुड़े पांच युवाओं की मौत हो गई थी. इसके कुछ समय बाद ही इस एनकाउंटर के फर्जी होने का खुलासा हुआ था. ख़बरें और भी 2019 लोकसभा चुनाव: योगी के मंत्री ने की भाजपा की हार की भविष्यवाणी जम्मू कश्मीर: हंदवाड़ा में दो आतंकवादी ढेर, अलीगढ़ यूनिवर्सिटी का छात्र भी शामिल अमेरिका के प्रतिबंधों की चिंता नहीं क्योंकि स्वतंत्र नीति का पालन करता है भारत- बिपिन रावत