दिल्ली से सटे उत्तर प्रदेश के नोएडा में रफ़्तार से बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच सरकारी व्यवस्थाएं चरमरा गई हैं। रोगियों को हॉस्पिटल में बेड तक नहीं प्राप्त हो पा रहा है। आलम यह है कि ग्रेटर नोएडा के कोविड जिम्स हॉस्पिटल के बाहर गाड़ी में ही एक महिला ने दम तोड़ दिया। आरोप है कि महिला को किसी भी हॉस्पिटल में एडमिट नहीं किया गया। मरीज के घरवाले निरंतर डॉक्टरों से गुहार लगाते रहे, किन्तु महिला को एडमिट नहीं किया गया। इससे महिला की मौत हो गई। वही मौत के पश्चात् महिला का शव लगभग 3 से 4 घंटे तक कार में पड़ा रहा। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। प्राप्त खबर के मुताबिक, नोएडा सेक्टर बीटा 2 निवासी जागृति गुप्ता को बृहस्पतिवार की प्रातः सांस लेने में समस्यां होने लगी। उनका ऑक्सिजन लेवल कम हो गया। तत्पश्चात घरवाले उसे अस्पताल ले गए। परिजनों का कहना है कि जागृति को लेकर नोएडा के सभी हॉस्पिटल्स के चक्कर लगाते रहे, लेकिन किसी हॉस्पिटल में एडमिट नहीं किया गया। वही इतना ही नहीं, किसी डॉक्टर ने उसे देखा तक नहीं। दोपहर को महिला को लेकर परिजन ग्रेटर नोएडा के जिम्स हॉस्पिटल पहुंचे। आरोप है कि घरवालों ने लगभग तीन घंटे तक डॉक्टरों से जागृति को देखने की मिन्नत की। साथ ही उनके पैर पकड़े, लेकिन किसी का भी दिल नहीं पसीजा। उधर, उसे निरंतर सांस लेने में समस्यां हो रही थी। परिजनों का कहना है कि तड़पते हुए उनकी कार में जान चली गई। HC का केंद्र को आदेश- अब पानी सर से ऊपर चढ़ चुका है, किसी भी हाल में दिल्ली पहुंचनी चाहिए ऑक्सीजन, नहीं तो... भारत को अनिवार्य संगरोध सूची में जोड़े आयरलैंड कोरोना मरीजों की सहायता के लिए आगे आए सोनू निगम, मरीजों को देंगे प्राणवायु