कोरोना वायरस को दुनिया के लिए इसलिए भी घातक माना जा रहा है. क्योकि यह वायरस गर्म की मार झेल सकता है. प्राप्‍त जानकारियों व सबूतों के आधार पर यह स्‍पष्‍ट तौर पर कहा जा सकता है कि कोरोना वायरस का संक्रमण सभी क्षेत्रों में फैल सकता है चाहे वह गर्म हो या नमी वाला मौसम. विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन के अनुसार, COVID-19 वायरस को लेकर कई भ्रामक खबरें फैली हैं जैसे गर्म जलवायु में इसका खात्‍मा हो जाएगा, जो कि पूरी तरह गलत है. इस घातक वायरस से बचने का एकमात्र तरीका खुद सतर्क रहना और पूरा एहतियात बरतना है. साथ ही स्‍वास्‍थ्‍य संगठन ने सलाह दी है कि लोग अपने हाथों को बार-बार धोएं. ऐसा करने से उस वायरस को अपने हाथों से हटा सकते हैं. ताकि उन हाथों से संक्रमण आंखों, मुंह और नाक तक न पहुंच सके. सीएम उम्मीदवारी : शिवराज सिंह यानि 'मामा' भाजपा में सब पर पड़ रहे भारी आपकी जानकारी के लिए बता दे कि नया कोरोना वायरस बैक्‍टीरिया नहीं है इसलिए कोई भी एंटीबायटिक इसे खत्‍म नहीं कर सकता. हालांकि इससे पीड़ित मरीजों को एंटीबायटिक दिया जा सकता है लेकिन इसलिए कि उन्‍हें कोई बैक्‍टीरियल इंफेक्‍शन न हो सके. मध्यप्रदेश : दिग्विजय सिंह पर फूटा सत्ता हाथ से जाने का ठीकरा, पार्टी नेता लगा रहे ये आरोप अगर आपको नही पता तो बता दे कि ठंड का मौसम या बर्फ नए कोरोना वायरस का कुछ नहीं बिगाड़ सकता इसलिए यदि ऐसा आप मानते भी हैं तो उसे अपने दिमाग से निकाल दें. मानव शरीर का सामान्‍य तापमान करीब 36.5 डिग्री सेल्‍सियस- 37 डिग्री सेल्सियस के बीच रहता है. एल्‍कोहल वाले सैनिटाइजर या साबुन और पानी से हाथ धोएं. भारत में कोरोना वायरस कभी भी ले सकता है भीषण स्वरूप, एक्सपर्ट ने बोली ये बात इस अनमोल तरल के बिना कोई देश नही कर सकता कोरोना वायरस का मुकाबला क्या जनता कर्फ्यू के दिन कम होगा संक्रमण? देश में कोरोना के कुल मामले हुए 327