उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) आधारित मुद्रास्फीति जून में 6.26 प्रतिशत की मामूली गिरावट के बावजूद लगातार दूसरे महीने आरबीआई के आराम स्तर से ऊपर रही, जबकि मुख्य रूप से आधार प्रभाव के कारण मई में कारखाना उत्पादन में 29.3 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई। खुदरा मुद्रास्फीति में मामूली गिरावट खाद्य मुद्रास्फीति में थोड़ी दृढ़ता के बावजूद देखी गई, जो जून में बढ़कर 5.15 प्रतिशत हो गई, जो एक महीने पहले 5.01 प्रतिशत थी। सीपीआई पर आधारित खुदरा मुद्रास्फीति मई 2021 में 6.3 प्रतिशत और जून 2020 में 6.23 प्रतिशत थी। जहां तक कारखाना उत्पादन का संबंध है, औद्योगिक उत्पादन सूचकांक मई में 29.3 प्रतिशत की तेजी से बढ़ा, जबकि 2020 के इसी महीने में 33.4 प्रतिशत की गिरावट आई थी। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) द्वारा जून सीपीआई पर जारी आंकड़ों के अनुसार, 'तेल और वसा' खंड में वार्षिक आधार पर मुद्रास्फीति जून में 34.78 प्रतिशत थी। फलों की टोकरी में मूल्य वृद्धि की दर जहां 11.82 प्रतिशत रही, वहीं सब्जियों में यह (-0.7 प्रतिशत) सिकुड़ी। 'फ्यूल एंड लाइट' सेगमेंट में महंगाई दर 12.68 फीसदी रही। सरकार ने आरबीआई को खुदरा मुद्रास्फीति को 4 प्रतिशत पर 2 प्रतिशत के मार्जिन के साथ दोनों तरफ रखने के लिए अनिवार्य किया है। एनएसओ के आंकड़ों से पता चला है कि मई में औद्योगिक उत्पादन में 29.3 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जो मुख्य रूप से कम-आधार प्रभाव और विनिर्माण, खनन और बिजली क्षेत्रों के अच्छे प्रदर्शन के कारण हुआ, लेकिन पूर्व-महामारी स्तर से नीचे रहा। एनएसओ द्वारा सोमवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक, इस साल मई में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में 34.5 फीसदी की ग्रोथ हुई है। आईबीपीएस क्लर्क भर्ती 2021 की आवेदन प्रक्रिया के लिए इन बातों का रखें ध्यान नीतीश कुमार का बड़ा बयान, कहा- "नई जनसंख्या नियंत्रण नीति नहीं करेगी काम..." उत्तराखंड में 1 सप्ताह के लिए बढ़ाया गया लॉकडाउन