नई दिल्ली : इलेक्शन कमीशन द्वारा दिए गए हैकिंग चैलेंज को सिर्फ दो ही रजनीतिक दल ने स्वीकार किया. NCP और CPM ने चैलेंज स्वीकार कर आवेदन दाखिल किए. वही EVM पर सबसे ज्यादा सवाल खड़े करने वाली पार्टी आप, कांग्रेस और समाजवादी पार्टी ने अपने पैर खींच लिए. 3 जून को इलेक्शन कमीशन सुबह दस बजे से दो बजे तक मशीनों में छेडछाड से सम्बन्धित कार्यक्रम का आयोजन करेगा. बता दे कि उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव में बीजेपी के प्रचंड बहुमत से जीतने के बाद ईवीएम पर सवाल उठे. बसपा,सपा, कांग्रेस और आप पार्टी ने ईवीएम को लेकर सवाल खड़े किए, जिसके बाद इलेक्शन कमेटी ने सभी दलों को मशीन को गलत ठहराने के लिए चुनौती दी थी. इलेक्शन कमेटी की ओर से एक्सपर्ट के नामांकन की कल आखरी तारीख थी ओर इसे लेकर कोई भी पार्टी आगे नहीं आई. सिर्फ दो पार्टियों ने नामांकन भरा. गौरतलब है कि बीती 20 तारीख को कमेटी ने घोषणा की थी कि 3 जून से ईवीएम चैलेंज हो रहा है, जिसके लिए 26 मई तक पार्टियां नामांकन कर सकती है. इलेक्शन कमेटी ने आम आदमी पार्टी की उस मांग को सिरे से ख़ारिज कर दिया है, जिसमे पार्टी ने ईवीएम से टेम्परिंग साबित करने के लिए मदर बोर्ड बदलने की अनुमति मांगी थी. कमेटी ने इस पर कहा था कि मदरबोर्ड बदलना नई मशीन बनाने जैसा है, इसकी अनुमति नहीं दी जा सकती है. ये भी पढ़े- ईवीएम हैकिंग चैलेंज के नामांकन का आखिरी दिन EVM को है करने के लिए ईसी देगा प्रत्येक दल को 4 घंटे का समय EC का EVM हैकिंग चैलेंज, 4 घंटे में साबित करना होगी गड़बड़ी