नई दिल्ली: भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) (CPIM) नेता एमए बेबी ने देश की सर्वोच्च अदालत पर गंभीर आरोप लगाए हैं। वे अपनी आलोचना में मर्यादा भी लांघ गए हैं, जिसके बाद ये माना जा रहा है कि सुप्रीम कोर्ट उनपर एक्शन ले सकता है। CPIM पोलित ब्यूरो सदस्य एमए बेबी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट महत्वपूर्ण फैसलों में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी का पक्ष लेता है। केरल के कन्नूर में एक सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने यहां तक सवाल किया कि क्या सुप्रीम कोर्ट को पीएम मोदी का पक्ष लेने में शर्म नहीं आनी चाहिए ? सीपीआई (एम) नेता के आरोप शनिवार को कन्नूर के म्यूनिसिपल हायर सेकेंडरी स्कूल में केरल स्कूल टीचर्स एसोसिएशन (KSTA) के राज्य सम्मेलन में पूर्व शिक्षकों के एक सम्मेलन का उद्घाटन करने के बाद आए। संसदीय लोकतंत्र पर हमला बताते हुए बेबी ने कहा, "सीधे फासीवाद का सहारा लिए बिना, पीएम मोदी अपना काम कर लेंगे। यहां तक कि सुप्रीम कोर्ट भी ऐसे फैसले सुनाना सुनिश्चित करता है जिससे पीएम को कोई नुकसान न हो।" उन्होंने कहा कि, "अनुच्छेद 370 को निरस्त करने पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला देश में न्यायपालिका के इतिहास का अपमान था।" सीपीआई (एम) नेता ने कहा कि वह अपने खिलाफ मामला दर्ज होने से नहीं डरते हैं क्योंकि वह कम से कम सुप्रीम कोर्ट के सामने ये सारी बातें कहने में सक्षम होंगे। दिल्ली में बारिश से सुहावना हुआ मौसम, IMD ने कहा- अभी और बौछारें पड़ेंगी मेरठ से पाकिस्तानी एजेंसी ISI का एजेंट गिरफ्तार, गुप्त रूप से भारतीय दूतावास में कर रहा था काम नामीबिया में शोक, राष्ट्रपति हेज गिंगोब का 82 वर्ष की आयु में निधन