नई दिल्ली: कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) (माकपा) के राष्ट्रीय महासचिव सीताराम येचुरी ने संशोधित नागरिकता क़ानून और एनआरसी के विरोध में गुरुवार को किए गए वामदलों के देशव्यापी प्रदर्शन को मिले व्यापक समर्थन और देश मे इमरजेंसी से भी बदतर हालात होने का हवाला देते हुए कहा कि उनका आंदोलन जारी रहेगा. येचुरी ने दिल्ली में विरोध प्रदर्शन के बाद प्रेस वार्ता में कहा कि, "आज के प्रदर्शन को पूरे देश में व्यापक जनसमर्थन मिला है, विशेषकर युवाओं ने इसमें बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया." उन्होंने कहा कि, "सरकार ने आज दिल्ली समेत देश के कई इलाक़ों मे संचार सेवाएँ तक बंद कर दी, मेट्रो स्टेशन बंद किए गए और लाखों लोग हिरासत में लिए गए. यह बताता है कि देश में हालात इमरजेंसी से भी बुरे हैं. ऐसे में हमने आंदोलन को जारी रखने का फ़ैसला लिया है. तमाम पक्षों से विचार विमर्श कर जल्द ही आगे के आंदोलन की रणनीति को सार्वजनिक करेंगे. येचुरी ने कहा कि वे लोग मण्डी हाउस पर शांतिपूर्ण ढंग से आंदोलन कर रहे थे, किन्तु पुलिस ने सभी नेताओं और प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया है. उन्होंने कहा कि इसके बाद भी युवाओं का जोश कम नहीं पड़ा और वे जंतर मंतर पर पहुँच कर प्रदर्शन करने लगे. येचुरी ने कहा कि पुलिस हिरासत से रिहा होकर लेफ्ट पार्टीज के नेता भी जंतर मंतर पहुँच गए. इस दौरान भाकपा के महासचिव डी राजा ने कहा कि, "एनआरसी और सीएए के बारे में सरकार विपक्ष पर भ्रम फैलाने का इल्जाम लगा रही है, आज के आंदोलन से साबित हुआ कि विपक्ष नहीं बल्कि सत्तापक्ष इस मुद्दे पर देश को भ्रमित कर रहा है. देश की आवाम ने एनआरसी और CAA को नकार दिया है. हमारा आंदोलन आगे भी जारी रहेगा. झारखंड विधानसभा चुनाव: अंतिम चरण के लिए मतदान शुरू, सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम विरोधी दल के हंगामे के कारण विधान सभा अनिश्चित काल के लिए स्थगित, आधे घंटे में अधूरा बजट पेश सूखे की मार से जूझ रहे ऑस्ट्रेलिया में हुई तीन लाख लीटर पानी की चोरी, पुलिस विभाग में मचा हड़कंप