हाल ही में एक चौकाने वाला खुलासा हुआ है। जी दरअसल वैज्ञानिकों ने बताया कि एक कॉकरोच मिला है और यह कॉकरोच अपनी बड़ी-बड़ी आंखों से दुनिया को देखता था। जी हाँ, इसी के साथ यह नायाब था। कहा जा रहा है अब इसकी प्रजाति वर्तमान धरती पर नहीं है। वहीं इस कॉकरोच का वैज्ञानिक नाम हुआब्लाटुला हुई (Huablattula hui) है और यह पहली बार है कि जब वैज्ञानिकों ने इस कॉकरोच की आंखों को इतनी बारीकी से देखा और जांचा है। आप सभी को जापान स्थित होकाइडो यूनिवर्सिटी के डिपार्टमेंट ऑफ नेचुरल हिस्ट्री साइंसेज के ग्रैजुएट स्टूडेट रियो तानीगुची ने कहा कि यह प्राचीन कॉकरोच 10 करोड़ साल से इस अंबर में कैद है। हालाँकि सबसे अच्छी बात ये है कि यह पूरी तरह से सुरक्षित है। इसके सभी बाहरी अंग स्पष्ट तौर पर दिखाई देते हैं। आप सभी को बता दें कि इसके बारे में रियो तानीगुची का कहना है कि, 'जो प्रजातियां विलुप्त हो चुकी हैं। खासतौर से कीड़े। उनकी आंखें, एंटीना, कान, जीभ सब बेहद संवेदनशील होते थे। ये मिट्टी में सही जीवाश्म नहीं बन पाते थे। उनके सेंसरी अंगों को पढ़ना आसान नहीं रह जाता था। लेकिन अंबर में कैद जीवों के ये अंग भी सुरक्षित रहते हैं। इनकी जांच करना आसान होता है। अंबर में कोई भी वस्तु जीवाश्म के तौर पर करोड़ों साल तक सुरक्षित रहती है।' आप सभी को बता दें कि अंबर किसी भी चीज को जीवाश्म बनाने के लिए उपयुक्त पदार्थ होता है। यह आमतौर पर पेड़ों से गिरने वाला चिपचिपा तरल पदार्थ होता है, जिसमें कीड़े फंसकर मर जाते हैं। उसके बाद यह पदार्थ धीरे-धीरे कठोर पारदर्शी रूप ले लेता है। जिस हुआब्लाटुला हुई कॉकरोच को खोजा गया है यह एक नर है। जी दरअसल हुआब्लाटुला हुई (Huablattula hui) कॉक्रोच क्रिटेशियस काल (Cretaceous Period) का है। जी हाँ और यह म्यामांर (Myanmar) से मिला था। रियो तानीगुची और उनके साथियों ने कई तरह की तकनीकों का उपयोग करके इसका अध्ययन किया। उसके फोटोग्राफी की। वहीं माइक्रो सीटी-स्कैन किया गया और आंखों की जांच माइक्रोस्कोप के जरिए हुई। ऐसे में आंखों के अंदर की परतें भी दिखाई दी। Video: वेलेंटाइन वीक में इस बुजुर्ग कपल का प्यार देख रो पड़े लोग एक नागिन के लिए लड़े दो नाग, वीडियो हो रहा वायरल महिला ने दिया जलपरी जैसे दिखने वाले बच्चे को जन्म लेकिन फिर जो हुआ सुनकर रो देंगे आप