बिलासपुरः हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिले के तलाई सेवा सहकारी सभा समिति में हुए गबन के मामले को लेकर पुलिस ने 10 और लोगों को हिरासत में लिया है। बता दें कि ति समिति मे करीब 33 करोड़ रूपए का घालमेल हुआ है। इस मामले के मुख्य आरोपी सभा सचिव और दो अन्य लोगों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। इन सभी पर 33 करोड़ के गोलमाल का आरोप है। आरोप हैं कि सभा ने नियमों को ताक पर रख कर करोड़ों रुपये के ऋण अपने दायरे से बाहर के लोगों बांट दिया। ऑडिट रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ था। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार तलाई ग्राम सेवा सहकारी सभा समिति के सचिव के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। छानबीन के बाद सामने आया कि इस घोटाले में और भी शामिल हैं। इस मामले में पुलिस ने तत्कालीन कमेटी के पदाधिकारियों में पूर्व प्रधान देवराज पुत्र गड़का राम, पवन पुत्र ज्ञान चंद कोषाध्यक्ष गांव और डाकखाना तलाई, अश्विनी बन्याल पुत्र प्रीतम सिंह कमेटी सदस्य गांव और डाकखाना झबोला, पृथ्वी चंद धीमान पुत्र अमर सिंह कमेटी सदस्य गांव और डाकखाना तलाई, सुरेश कुमार पुत्र जगतराम कमेटी सदस्य गांव डाकखाना तलाई को गिरफ्तार किया गया। मामले में आगे की कार्यवाही जारी है। कश्मीर में नाकेबंदी से जम्मू में एक्टिव हुए पंजाब के ड्रग्स तस्कर लड़की के सिर पर ऐसा चढ़ा इश्क़ का भूत, कि परिवार के ही सात सदस्यों को खिला दिया ज़हर आज है वामन जयंती, जानिए उनसे जुडी यह कथा