जम्मूः जम्मू के अखनूर का रहने वाला रजत कुमार की एक महीने बाद शादी होने वाली थी। वह प्राइवेट टीचर की नौकरी करता था। रजत 6 सितंबर सुबह अपने माता-पिता के पैर छुकर सैर करने निकला था। 6 सितंबर को पूरा दिन वह घर नहीं आया। 7 सितंबर को रजत के परिवार ने अखनूर पुलिस के पास उसके लापता होने की शिकायत दर्ज कराई। उसका मोबाइल फोन भी स्विच ऑफ हो गया। 13 सितंबर को कठुआ अस्पताल के एक डॉक्टर ने रजत के परिवार को बताया कि रजत कठुआ अस्पताल में भर्ती है। यहां से उसे जम्मू के मेडिकल कॉलेज अस्पताल में रेफर किया जा रहा है। दरअसल, वह डॉक्टर रजत के परिवार को जानता था। 13 सितंबर के दिन जब रजत को जीएमसी लाया गया तो उसकी मौत हो गई। फिलहाल शव का पोस्टमार्टम कर परिवार को सौंप दिया गया है। पुलिस ने तत्काल धारा 174 के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। इस बीच जानकारी यह भी सामने आ रही है कि 12 सितंबर की शाम को रजत ने जम्मू के रेलवे स्टेशन से दिल्ली जाने वाली संपर्क क्रांति ट्रेन पकड़ी। वह जनरल कोच में सवार था। जब ट्रेन कठुआ पहुंची तो रजत ट्रेन से उतर गया। उसने वहां मौजूद जीआरपी पुलिस को बताया कि उसके पेट में दर्द हो रहा है। इसके बाद जीआरपी उसे लेकर कठुआ अस्पताल ले गई। 13 सितंबर को कठुआ अस्पताल से रजत को जम्मू के मेडिकल कॉलेज में रेफर कर दिया गया। पुलिस मामले की छानबीन में लगी है। .पुलिस और बदमाशों की बीच गोलीबारी, एक व्यकित घायल शहीद की बेटी के साथ दो साल तक दुष्कर्म करता रहा ASI, मामला दर्ज होने पर हुआ फरार पॉक्सो मामलों की त्वरित सुनवाई के लिए केंद्र सरकार उठाएगी यह कदम