आपने सूना होगा मगरमच्छ ने इंसानों को जिंदा निगल लिया। लेकिन छत्तीसगढ़ के मगरमच्छ 'गंगाराम' की खबर जानकर आप सोचने पर मजबूर हो जाएंगे। गंगाराम की मौत पर लोग गमजदा है और पूरे गांव में मातम छा गया है। यह गांव है बवामोहतरा जो रायपुर के बेमेतरा जिले में है। गंगाराम की मौत पर पूरा गांव रो रहा है। और यह 'मगरमच्छ के आंसू' नहीं हैं। मूर्ति चुराते वक्त चोर ने लिखा भगवान को पत्र, कहा- 'हो सके तो माफ कर देना...' अंतिम यात्रा भी निकाली गई सूत्रों से प्राप्त जानकारी अनुसार मगरमच्छ गंगाराम का ग्रामीणों से आत्मीय रिश्ता बन गया था। मंगलवार सुबह अचानक गंगाराम पानी के ऊपर आ गया। जब मछुआरों ने पास जाकर देखा तो गंगाराम की मौत हो चुकी थी। गंगाराम का शव तालाब से बाहर निकाला गया। पूरे गांव में मुनादी करवाई गई। जिसके बाद पूरा गांव उसके अंतिम दर्शन के लिए उमड़ पड़ा। ग्रामीणों ने सजा-धजाकर ट्रैक्टर पर उसकी अंतिम यात्रा निकाली। शादी के कार्ड पर गणेश जी की जगह छपवा दी राहुल गाँधी की तस्वीर ऐसा था गंगाराम जानकारी के लिए बता दें गंगाराम को श्रद्धांजलि देने के लिए पूरा गांव इकट्ठा हो गया। दूर-दूर से लोग गंगाराम के अंतिम दर्शन के लिए पहुंचे। ग्रामीण को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया। वहीं तालाब में नहाते समय जब लोग मगरमच्छ से टकरा जाते थे तो वह अपने ही दूर हट जाता था। तालाब में मौजूद मछलियां ही गंगाराम का आहार थी। सेल्फ़ी और गैजेट का बुखार आपको कर सकता है बीमार युवाओं की तुलना में बुजुर्ग ज्यादा होते है झूठी खबरों के शिकार : रिसर्च यह है दुनिया का सबसे खतरनाक 'घोस्ट स्नेक'