रायपुर : अभी 11 मार्च को छत्तीसगढ़ के सुकमा में CRPF के एक दर्जन जवानों की शहादत की असली वजह का खुलासा हो गया है.इस हमले में सभी जवान एक संदिग्ध महिला के धोखे का शिकार हो गए थे जो जवानों को सड़क की दूसरी ओर यह कहकर ले गई कि कुछ लोग उसके साथ जोर जबरदस्ती कर रहे हैं.जहां घात लगाकर बैठे नक्सलियों ने हमला कर दिया था. गौरतलब है कि 11 मार्च को नक्सलियों ने बड़ी चालाकी के साथ CRPF के जवानों की घेराबंदी की थी. इस मुठभेड़ में CRPF की 219 बटालियन के कुल बारह जवान शहीद हुए थे. जबकि आधा दर्जन जवान बुरी तरह से घायल हो गए थे. मुठभेड़ में घायल जवान अब लगभग स्वस्थ हो चुके है. उनके विस्तृत बयान से खुलासा हुआ कि करीब बीस से पच्चीस वर्ष की उम्र वाली .सांवली, लंबे घने बाल , माथे पर बड़ी बिंदी , कानों में झुमका और भाषाई तौर पर साफ़ हिंदी बोलने वाली महिला ने CRPF के जवानों को फंसाने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. बताया जा रहा है कि जब रोड ओपनिंग पार्टी अपनी नियमित गश्त पर थी और वो सड़क पर एक खास क्रम में अपने कदम आगे बढ़ा रही थी. तभी जंगल के एक छोर में चीखते चिल्लाते यह संदिग्ध महिला जवानों की ओर आई. उसने सड़क के दूसरे ओर हाथों से इशारा करते हुए कहा कि वहां मौजूद कुछ लोग उसके साथ जोर जबरदस्ती कर रहे हैं.जवान इस पीड़ित महिला पर भरोसा कर बैठे और धोखे का शिकार हो गए.सड़क के उस पर घात लगाकर बैठे नक्सलियों ने हमला कर अंधाधुंध गोलियां चलाना शुरू कर दी. CRPF की टीम उस महिला की तलाश कर रही है.इस घटना के बाद सतर्क कर दिया है. किसी भी पीड़ित इंसान पर सीधे भरोसा ना करने की जवानों को हिदायत दी गई है. यह भी पढ़ें एलियन के निशान खोजने एंशियंट एलियन की टीम छत्तीसगढ़ पहुंची दंतेवाड़ा में पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ में 5 नक्सली ढेर