अबुधाबी: विश्व की सबसे बड़ी तेल कंपनी अरामको पर हाउती विद्रोहियों के हमले के बाद विश्व भर में तेल की कीमतों पर असर देखने को मिल रहा है. तेल बाजार में कच्चे तेल की कीमतें 10 फीसद से अधिक बढ़ गई हैं. सऊदी अरब और अमेरिका ने इस हमले के लिए तेहरान समर्थित हाउती विद्रोहियों को जिम्मेदार करार देते हुए ईरान को अंजाम भुगतने की चेतावनी दी है. हालांकि ईरान ने ऐसे किसी भी आरोप से साफ़ इनकार कर दिया है. सऊदी अरब के इस प्लांट पर ड्रोन हमला होने के बाद यहां का उत्पादन आधा हो गया है. हांगकांग के तेल बाजार से मिली जानकारी के अनुसार, सोमवार को ब्रेंट क्रूड ऑयल की कीमतें 11.77 फीसद बढ़कर 67.31 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल हो चुकी हैं. अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोंपियो ने सऊदी अरब की अरामको कंपनी में हुए ड्रोन हमले के लिए ईरान को जिम्मेदार ठहराया है, जिससे देश की तेल क्षमता का लगभग आधा हिस्सा या दैनिक अंतरराष्ट्रीय तेल आपूर्ति का 5 फीसद बाधित हुआ है. समाचार एजेंसी एफे के अनुसार, शनिवार को 10 ड्रोन से किए गए हमलों से सऊदी अरब के सबसे बड़े तेल क्षेत्रों में से एक हिजरा खुरैस, जो रोज़ाना तक़रीबन 15 लाख बैरल तेल का उत्पादन करता है और दुनिया के सबसे बड़े कच्चे तेल के भंडार वाले अबकैक, जो 70 लाख बैरल तेल उत्पादन करता है, को टारगेट बनाकर हमला किया गया था. एक देश एक भाषा को लेकर जयराम रमेश ने दिया यह बयान मोदी सरकार में शामिल होने के सवाल पर महाराष्ट्र के सीएम ने दिया यह जवाब अयोध्या मामला: क्या बातचीत से निकलेगा हल ? सुन्नी वक्फ बोर्ड और निर्वाणी अखाड़ा ने फिर रखी ये मांग