कश्मीर में विरोध का दौर जारी है. अलगाववादी इस आग को और हवा दे रहे हैं. इसी कारण कश्मीर में 57 वें दिन भी बन्द और कर्फ्यू जारी है. पुलिस के अनुसार, कर्फ्यू बारामूला, सोपोर तथा बड़गाम शहरों में लगाए गए हैं. साथ ही श्रीनगर शहर में नौहट्टा तथा एम.आर. गंज में भी कर्फ्यू लगाए गए हैं.घाटी में अन्य स्थानों पर भारी सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है और प्रतिबंध लगाए गए हैं. उधर, वरिष्ठ अलगाववादी नेता सैयद अली गिलानी ने नागरिकों और व्यापारिक संगठनों से रविवार को यहां केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह के नेतृत्व में पहुंच रहे सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात नहीं करने का आह्वान किया है. गिलानी का अपरोक्ष समर्थन करते हुए कश्मीर चैम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (केसीसीआई) और कश्मीर इकोनोमिक अलायंस (केईए) सहित अन्य व्यापारिक एवं व्यावसायिक संगठनों ने तब तक प्रतिनिधिमंडल से नहीं मिलने की घोषणा की है, जबतक कि इसके सदस्य अलगाववादियों से बात नहीं करते. नागरिकों के इस व्यवहार से केंद्र के प्रयासों को धक्का लगा है. गौरतलब है कि सरकार के प्रयासों के बावजूद सभी शैक्षणिक संस्थान घाटी में नौ जुलाई को शुरू हुई हिंसा के बाद से ही बंद हैं.सार्वजनिक वाहन, मुख्य बाजार तथा अन्य व्यावसायिक कामकाज भी रुके हुए हैं.बता दें कि सुरक्षाबलों और भीड़ के बीच शुक्रवार को 35 स्थानों पर झड़पें हुईं, जिसमें आम नागरिकों और सुरक्षा बलों के जवानों सहित 100 से अधिक लोग घायल हो गए. उपद्रवियों को रुलाने आ गया मिर्ची बम