कढ़ी पकाने से आने वाली गंध के कारण ब्रिटेन में भारत और पाकिस्तान के लोगों को अपनी संपत्तियां किराए पर नहीं देने के लिए एक ब्रिटिश मकान मालिक ने अदालत में प्रतिबंध दायर किया था. परन्तु अदालत ने इसे गैरकानूनी ठहराया है. दक्षिण-पूर्व इंग्लैंड के केंट में फर्गेस विल्सन की सैंकड़ों संपत्तियां है. उसने भारत और पाकिस्तान के अश्वेत लोगों को मकान किराये पर देने पर प्रतिबंध लगा दिया. जिससे उस पर नस्लभेदी होने के आरोप हैं, जिससे उसने इंकार करते हुए उसने अदालत में प्रतिबंध दायर किया. इसका कारण बताते हुए उसने कहा कि किरायेदार कढ़ी पकाते है और इसकी तेज़ गंध फैलती है. लेकिन मेडस्टोन काउंटी की अदालत ने उसकी इस नीति के खिलाफ आदेश दिया कि विल्सन भारतीय या पाकिस्तानी लोगों को अपनी संपत्तियां किराये पर देने से रोकने के लिए एक किराया नीति लागू नहीं कर सकता है. साथ ही कहा कि आदेश का उल्लंघन करने पर इसे अदालत की अवमानना मानी जाएगी, जिससे उसे जेल हो सकती है या भारी जुमार्ना लगाया जा सकता है. जज रिचर्ड पोल्डेन ने अपने आदेश में कहा, मैंने यह नीति गैरकानूनी पाई है. इस तरह की नीति का हमारे समाज में कोई स्थान नहीं है. ट्रंप ने की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना जर्मनी में पुरुष नर्स ने 106 मरीजों को मौत के घाट उतारा एलओसी पर पाकिस्तान करेगा कम्युनिटी बंकर्स का निर्माण