मान्यता के अनुसार रात के समय नाखून काटने से परहेज करने की सलाह दी जाती है। हिंदू धर्मग्रंथ और ज्योतिष नाखून काटने के लिए दिशानिर्देश प्रदान करते हैं, जिसमें कहा गया है कि अशुभ दिन या अनुचित समय पर नाखून काटने से शरीर और उसके आसपास नकारात्मक ऊर्जा जमा हो सकती है। परिणामस्वरूप, वित्तीय हानि जैसे विभिन्न मुद्दे उत्पन्न हो सकते हैं। इसके विपरीत सही समय पर नाखून काटने से फायदे मिलते हैं। इसलिए नाखून काटने के लिए उचित समय और दिन की पहचान करना जरूरी है। इन दिनों में नाखून काटने से आती है गरीबी ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शनिवार, मंगलवार और गुरुवार को नाखून नहीं काटने की सलाह दी जाती है। इसके अतिरिक्त, कुछ महत्वपूर्ण व्रतों और त्योहारों जैसे अमावस्या और नवरात्रि पर नाखून काटने से बचने का सुझाव दिया जाता है। इसके विपरीत सोमवार, रविवार, बुधवार और शुक्रवार को नाखून काटने के लिए अनुकूल दिन माना जाता है। शनिवार को नाखून काटने से आयु घटती है और घर में आर्थिक तंगी आती है। मंगलवार को नाखून काटने से भाइयों से अनबन हो सकती है, साहस और शक्ति में कमी आती है और रक्त संबंधी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। गुरुवार के दिन नाखून काटने से व्यक्ति की शिक्षा और ज्ञान में कमी आती है और पेट संबंधी बीमारियाँ हो सकती हैं। नाखून काटने का उचित समय नहाने के बाद नाखून काटना सबसे अच्छा होता है जब वे साबुन और पानी की उपस्थिति के कारण नरम होते हैं और काटने में आसान होते हैं। अपने नाखून काटने के बाद अपने हाथों को अच्छी तरह धोना याद रखें। अच्छे स्वास्थ्य के लिए रात में नाखून काटना उचित नहीं है क्योंकि लंबे समय तक पानी के संपर्क में न रहने पर वे कठोर हो जाते हैं। इसके अतिरिक्त, ज्योतिष के अनुसार, रात में नाखून काटने से नकारात्मक ऊर्जा बढ़ सकती है, जिससे कई हानिकारक प्रभाव पड़ सकते हैं। इसके अलावा, ऐसा माना जाता है कि शाम और रात के समय धन की देवी देवी लक्ष्मी मौजूद रहती हैं। इस दौरान नाखून काटने से वह नाराज हो सकती है और गरीबी का सामना करना पड़ सकता है। चंद्रयान-3 के लॉचिंग में रखा गया गृह नक्षत्रो का ध्यान, मंदिर में किया गया पूजा अनुष्ठान सावन में उपवास के बाद भी नहीं मिल रहा है सच्चा प्यार तो अपनाएं यह उपाय शौचालय में की जाने वाली वास्तु गलतियों से पड़ सकता है नकारात्मक प्रभाव