नई दिल्ली। बियर किंग और किंगफिशर एयललाईंस के प्रमुख उद्योगपति विजय माल्या को लेकर सेंट्रल विजिलेंस कमीशन ने अपनी बात कही है। जिसके तहत विजय माल्या सहित 10 बैंक फर्जीवाड़ों की जांच की निगरानी करने में लगी है। मिली जानकारी के अनुसार सीवीसी द्वारा कहा गया कि यदि बैंक सही तरह से कार्र कर रहे हैं तो फिर डरने की जरूरत नहीं है मगर कार्रवाई के लिए बैंक्स को हिम्मत दिखानी होगी। इस मामले में विजिलेंस कमिश्नर टीएम भसीन द्वारा कहा गया कि बैंक्स को डिफाॅल्टर्स से पैसा वसूलने हेतु प्रयास करने होंगे। उन्होंने कहा कि वे सीबीआई की जांच को भी देखेंगे कि आखिर क्या कार्रवाई की गई है। गौरतलब है कि सीबीआई द्वारा फर्जीवाड़े को लेकर 10 बैंक पर कार्रवाई की गई थी। मिली जानकारी के अनुसार जो चार्जशीट तैयार की गई है उसमें विजय माल्या पर मनीलाॅन्ड्रिंग के आरोप लगाए गए हैं आरोपों के तहत किंगफिशर एयरलाइन्स अक्टूबर 2012 में बंद हो गई थी। दिसंबर 2014 में इसका फ्लाइंग परमिट भी कैंसल कर दिया गया। इसके बाद डेट रिकवरी ट्रिब्‍यूनल ने माल्या और उनकी कंपनियों किंगफिशर फिनवेस्ट और किंगफिशर एयरलाइन्स से वसूली की अनुमति दी गई थी। चार्जशीट में बताया गया था कि आखिर देश से बाहर 400 करोड़ रूपए किन माध्यमों से भेज दिए गए। उनका कहना था कि बैंक्स को पैसा वसूली के लिए हिम्मत रखनी होगी और इस दिशा में प्रयास तेज करने होंगे। माल्या पर आरोप है कि उन्होंने करीब 254 करोड़ रूपए का निजी उपयोग किया जो कि 400 करोड़ रूपए के लोन में ही शामिल थे। गौरतलब है कि किंगफिशर एयरलाईंस की मुंबई स्थित संपत्तियों को कुर्क करने के प्रयास भी किए जा चुके हैं। भारत में माल्य की मौजूद संपत्तियों के अधिगृहण से बैंक्स अपना ऋण वसूलने के प्रयास में रहे। अब इस मामले में विजिलेंस कमिश्नर टीएम भसीन ने बैंक्स को वसूली के लिए प्रेरित किया है। . किंगफिशर कैलेंडर की गर्ल रह चुकी है ये हॉट मॉडल, देखिए तस्वीरें माल्या ने बनाई कई फर्जी कंपनिया और अपने ही लोगो को डायरेक्टर बना दिया माल्या को मिली जमानत, 6 जुलाई को होगी अगली सुनवाई