गोल्ड कोस्ट: ऑस्ट्रेलिया में चल रहे राष्ट्रमंडल खेलों में भारतीय एथलीटों ने सबसे ज्यादा पदक आठवें दिन जीते. एथलेटिक्स से डिस्कस थ्रो में भारत को दो पदक हासिल हुए. अनुभवी डिस्कस थ्रोअर सीमा पूनिया और युवा नवजीत ढिल्लन ने पदक जीते. सीमा को सिल्वर और नवजीत को ब्रॉन्ज मेडल मिला. ऑस्ट्रेलिया की डैनी स्टीवंस ने राष्ट्रमंडल खेलों का 20 साल पुराना गेम रिकॉर्ड तोड़ते हुए स्वर्ण पदक हासिल किया. बता दें कि 34 साल की सीमा ने सभी आठ प्रयासों में 60.41 मीटर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए दूसरे स्थान पर रहकर रजत पदक जीता. इसके अलावा, नवजीत ने 57.43 मीटर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर कांस्य पदक पर कब्जा जमाया. डैनी स्टीवंस ने 68.26 मीटर का शानदार प्रदर्शन करते हुए सोना जीता. न्यूजीलैंड की बेट्रिस रोइनी लियुआ ने 20 सितंबर, 1998 में कुआलालंपुर में 65.92 मीटर तक चक्का फेंक राष्ट्रमंडल खेलों का रिकॉर्ड बनाया था, जिसे स्टीवंस ने तोड़ दिया. गौरतलब है कि हरियाणा की सीमा पूनिया गोल्ड कोस्ट 'गोल्ड मेडल' जीतने के इरादे से गई थीं. लेकिन एक बार फिर उन्हें निराशा हाथ लगी. सीमा को सिल्वर मेडल से संतोष करना पड़ा. सीमा ने सबसे पहले 2006 मेलबर्न कॉमनवेल्थ खेलों में सिल्वर मेडल जीता था. इसके बाद 2010 दिल्ली कॉमनवेल्थ खेलों में उन्हें ब्रॉन्ज मेडल मिला था. इसके बाद ग्लास्गो कॉमनवेल्थ खेलों में भी वो सिल्वर जीतने में कामयाब रहीं थी. लेकिन गोल्ड कोस्ट में अपना आखिरी कॉमनवेल्थ गेम्स में उनका गोल्ड लेने का सपना टूट गया. कॉमनवेल्थ गेम्स में तेजस्विनी सावंत ने गोल्ड पर निशाना साधा 21वें कॉमनवेल्थ खेलों के नौवें दिन से भारत को है ये उम्मीदें CWG 2018 : हार और जीत के बीच का तीसरा पहलू