हाल में भारत में नोटबंदी के बाद जहा डिजिटल पेमेंट के अलावा मोबाइल बैंकिंग की तरफ भी लोगो को आकर्षित किया जा रहा है. ऐसे में इनसे जुडी धोखाधड़ी के मामले भी सामने आ रहे है. वही इस बारे में हाल ही में एक रिपोर्ट में खुलासा हुआ है, जिसमे चौकाने वाले आंकड़े सामने आये है. एक परिक्षण के दौरान बताया गया है कि हाल में मोबाइल बैंकिंग और ई-वॉलेट के साथ अन्य ऑनलाइन भुगतान में हो रही धोखाधड़ी के मामले अगले वर्ष 60 से 65 फीसदी तक बढ़ जायेगे. यह जानकारी एसोचैम और रिसर्च फर्म ईवाई ने अपनी ज्वाइंट स्टडी ‘साइबर अपराध से निपटने के लिए सामरिक राष्ट्रीय उपाय में दी गयी है. जिसमे बताया गया है कि मोबाइल धोखाधड़ी कंपनियों के लिए बड़ी चिंता का विषय है, क्योंकि 40-45 फीसदी भुगतान मोबाइल डिवाइस के माध्यम से किए जा रहे हैं और यह खतरा 60-65 फीसदी बढ़ने का अनुमान है. इसमें क्रेडिट और डेबिट कार्ड में होने वाली धोखाधड़ी सबसे ज्यादा है. जानकारी में बताया गया है कि ऑनलाइन बैंकिंग की शिकायतों से जुड़े 46 फीसदी मामले क्रेडिट/डेबिट कार्ड धोखाधड़ी के होते है, जिसके बाद फेसबुक से जुड़े मामले हैं जिनकी संख्या 39 फीसदी है. किन्तु आने वाले समय में मोबाइल बैंकिंग में इस तरह के केस बढ़ जायेगे. पेटीएम और फ्रीचार्ज पर मिल रहा है 100 फीसदी कैशबैक